जांजगीर -चांपा जिले के नवागढ़ तहसील को राजस्व अनुविभाग बनाने को लेकर अधिवक्ता संघ ने जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय का घेराव किया। वकीलों ने जिला प्रशासन पर छल करने का आरोप लगाया है। वहीं मांग पूरी नहीं होने पर आत्मदाह करने की बात कही है। मुख्यालय से नवागढ़ को अलग कर राजस्व अनुविभाग घोषित करने मुख्यमंत्री के नाम जांजगीर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया। जानकारी के अनुसार साल 1997 में नवागढ़ तहसील कार्यालय की स्थापना की गई थी। इसके बाद नवागढ़ को भाजपा के पूर्ववती शासन में नगर पंचायत का दर्जा दिया गया। इसके बाद जनपद पंचायत कार्यालय की स्थापना और व्यवहार न्यायालय की स्थापना की गई। वहीं तहसील नवागढ़ का विभाजन करते हुए पृथक से तहसील शिवरीनारायण की स्थापना भी की गई है। लेकिन वर्ष 2007-08 से नवागढ़ में न्यायालय अनुविभागीय अधिकारी का लिंक कोर्ट संचालित किया जाता रहा है, जो वर्तमान में बिना किसी वैध कारण के बंद कर दिया गया है। अधिवक्ता संघ प्रवक्ता पीताम्बर केसरवानी ने कहा कि, 2008 से नवागढ़ को अनुविभाग बनाने की मांग करते आ रहे है। प्रशासन ने जांच कमेटी बैठाकर रिपोर्ट देने की बात कही थी, मगर आज तक जांच सार्वजनिक नहीं की गई है। इस बार भी आश्वासन दिया गया है। यदि प्रशासन ने मांग पूरी नहीं की तो आत्मदाह किया जाएगा।