कांग्रेस नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री अनिल जोशी ने कहा कि हाल के दिनों में नवजोत कौर सिद्धू जिस तरह बिना रुके बयान दे रही हैं, वह न केवल आधारहीन है बल्कि राजनीतिक दुश्मनी से प्रेरित है। कभी 500 करोड़ की बात, कभी मनगढ़ंत आरोप इनमें कोई भी तथ्य नहीं है। हमारी पार्टी के अध्यक्ष राजा वड़िंग, वरिष्ठ नेता प्रताप बाजवा जैसे जिम्मेदार लोगों ने कभी इस तरह की अशोभनीय राजनीति नहीं की, लेकिन नवजोत कौर सिद्धू हर सवाल पर किसी न किसी के खिलाफ कुछ भी कहने लगती हैं। क्रिमिनल डिफेमेशन का केस दर्ज करूंगा, अदालत में कारण पूछा जाएगा जो भी टिप्पणी मेरे बारे में की गई है, उसी टिप्पणी के आधार पर मैं उन पर क्रिमिनल डिफेक्शन का केस दर्ज करा रहा हूं। मैं उन्हें कानूनी नोटिस भेज रहा हूं और इस मामले को अदालत तक लेकर जाऊंगा। कोर्ट में उनसे पूछा जाएगा कब मेरी उनसे बात हुई, किस बैठक में हम बैठे, कब फोन पर बातचीत हुई, उन्होंने किस आधार पर मेरे नाम का दुरुपयोग किया, सच यह है कि मेरी नवजोत कौर सिद्धू से कभी कोई मुलाकात, बातचीत या विचार-विमर्श नहीं हुआ। बिना तथ्य के बयान गंभीर मानसिक भ्रम और मनोवैज्ञानिक समस्या दिखाते हैं फिर भी बिना किसी तथ्य के मेरे खिलाफ बयान देना गंभीर मानसिक भ्रम दिखाता है। ऐसा लगता है जैसे बिना सोचे-समझे बात करने की आदत एक मनोवैज्ञानिक समस्या बन चुकी है। मैं महिलाओं का सम्मान करता हूं, लेकिन झूठ पर लगाम लगाना भी आवश्यक है। आज अगर ये गलत बयानी रोकी न गई, तो कल और भी मनगढ़ंत कहानियां गढ़ी जाएंगी। मैं कांग्रेस पार्टी में उसकी सोच और सेक्युलर मूल्यों को देखकर आया हूं। मैंने अकाली दल और भाजपा दोनों में काम किया, लेकिन कभी किसी की जात-पात या पार्टी पूछकर मदद नहीं की। भाजपा से निकाले जाने पर भी मैं चुप रहा, अकाली दल छोड़ते समय भी मैंने किसी नेता पर झूठा आरोप नहीं लगाया। मैं कांग्रेस में इसलिए हूं क्योंकि राहुल गांधी हर वर्ग, हर समुदाय और हर नागरिक के साथ खड़े रहते हैं, और यही विचारधारा मेरे लिए स्वीकार्य है।


