रायपुर-बिलासपुर हाईवे से 200 मीटर दूर जमीन के अधिग्रहण मामले में बुजुर्ग दंपती ने एक्स पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सड़क एंव परिवहन मंत्री नितिन गड़करी से न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने एक्स पर लिखा है कि यह जमीन मेरे बुढ़ापे का सहारा है। लेकिन राजस्व विभाग के अफसरों ने मेरी जमीन का अधिग्रहण कर दिया है। मैं जब इनके पास जाती हूं तो वह कहते हैं कि एनएचएआई जिस जमीन का एक बार अधिग्रहण कर लेती है तो उसका डी-नोटिफिकेशन नहीं होता। मैं वृद्ध महिला हूं, मैं पूछती हूं कि यह कैसा संविधान है कि गलती अधिकारी करे और भुगतना जनता को पड़े। राजस्व विभाग और एनएचएआई के अफसरों की सजा बुजुर्ग महिला को मिल रही है। उन्होंने लिखा है कि पिछले कई सालों से मैं भटक रही हूं, लेकिन मुझे न्याय नहीं मिल रहा है। बता दें कि रायपुर-बिलासपुर नेशनल हाईवे पर स्थित धरसींवा ब्लाक के सांकरा गांव में ज्योति आहूजा की 7 हजार वर्ग फीट जमीन है। यह जमीन हाईवे से 200 मीटर दूरी पर स्थित है। जमीन पर मकान बना है। रायपुर-बिलासपुर नेशनल हाइवे के चौड़ीकरण के दौरान एनएचएआई और राजस्व विभाग की टीम ने ज्वाइंट सर्वे किया। अफसरों ने गलती से इस जमीन का भी अधिग्रहण कर दिया। इसके बाद एनएचएआई ने इसका मुआवजा पारित कर दिया। लेकिन दंपत्ति ने मुआवजे की राशि लेने से मना कर दिया, क्योंकि उनकी जमीन हाईवे से दूर है।