रांची के खलारी थाना क्षेत्र के पुरनी राय स्थित निर्मल चौक पर अपराधियों ने तीन हाईवा को आग के हवाले कर दिया गया। घटना रविवार की सुबह करीब तीन बजे की है। चालकों ने बताया कि हम लोग टंडवा एनटीपीसी से फ्लाई एश लोड कर रांची की ओर जा रहे थे। खलारी घाटी के पास छह की संख्या में हथियार बंद अपराधियों ने गाड़ी रुकवा दी। इसके बाद कनपटी पर बंदूक सटाते हुए निर्मल चौक पर चलने के लिए कहा। निर्मल चौक आने पर अपराधियों द्वारा चालकों के अलावा स्थानीय लोगों को लोहे के राड से मारकर जख्मी कर दिया गया। अपराधी लगातार हवाई फायरिंग कर रहे थे। अपराधी अपने आप को आलोक गिरोह का सदस्य बता रहे थे। अपराधियों ने वहां लाई गई दो फ्लाई ऐश की गाड़ियों के साथ एक अन्य गिट्टी लदे हाईवा वाहन को भी आग के हवाले कर दिया। घटना के बाद मौके पर पहुंची चार थानों की पुलिस घटना की सूचना मिलते ही खलारी थाना प्रभारी विजय कुमार सिंह, मैक्लुस्कीगंज थाना प्रभारी गोविंद कुमार, बुढ़मू थाना प्रभारी रितेश महतो, पिपरवार थाना प्रभारी प्रशांत कुमार मिश्रा मौके पर पहुंचे। पुलिस द्वारा फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को बुलाकर आग बुझाया गया। जब तक आग पर काबू पाया जाता तब तक तीनों गाड़ियां पूरी तरह जल चुकी थी। आलोक उर्फ राहुल के घर हुई थी कुर्की जब्ती घटना को लेकर क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म है। लोग आशंका जता रहे हैं कि शुक्रवार को बुढ़मू थाना क्षेत्र में आलोक गिरोह द्वारा आगजनी एवं फायरिंग की घटना को अंजाम दिया गया था। जिसके बाद पुलिस ने आलोक गिरोह पर दमनात्मक कार्रवाई करते हुए उसके घर की कुर्की जब्ती की थी। कयास लगाए जा रहे हैं कि गिरोह द्वारा इसका बदला लेने के लिए इस घटना को अंजाम दिया गया है। खलारी-पिपरवार में पनप रहे आपराधिक गिरोह कोयलांचल क्षेत्र खलारी पिपरवार में काम करने वाले ठेकेदार, बालु एवं कोयला व्यवसायी आजकल भय और दहशत के माहौल में काम कर रहे हैं। कुछ ने काम तो इनकी धमकियों से डर कर बंद भी हो गया है। क्षेत्र में 90 का दशक जहां माओवादी उग्रवादियों के दहशत में बीता उसके बाद क्षेत्र में टीपीसी का दबदबा कायम हुआ। पहले नक्सली संगठन द्वारा बड़े ठेकेदार, ट्रांसपोर्टरों से लेवी लेकर काम की अनुमति देते थे तब यहां काम हो पाता था जो अभी भी जारी है। हालांकि बीते तीन चार सालों में पुलिस द्वारा नक्सली गतिविधियों पर काफी अंकुश लगाने का काम किया गया है जिससे यहां छिटपुट घटनाओं के अलावा कोई बड़ी नक्सली घटना नहीं घटी है। पुलिस के लिए सरदर्द बने छोटे आपराधिक गिरोह खलारी पिपरवार कोयलांचल क्षेत्र में छोटे छोटे आपराधिक गिरोह पुलिस के लिए सरदर्द बन रहे हैं। सूत्रों के अनुसार नक्सली संगठनों द्वारा ग्रुप से निकाले जाने या स्वयं संगठन को छोड़कर जाने वाले अपराधियों द्वारा अलग ग्रुप बनाकर कोयला,बालू व्यवसायियों, ठेकेदारों एवं ट्रांसपोर्टरों से लेवी की मांग की जा रही है। इन गिरोहों में विकेश तिवारी ग्रुप, आलोक ग्रुप के साथ टीपीसी के ऋषिकेश और अभिषेक के नाम से लेवी मांगी जा रही है। हाल के दिनों में इन्हीं छोटे ग्रुपों द्वारा पिपरवार क्षेत्र में फायरिंग और आगजनी की घटनाओं को अंजाम दिया गया है। खलारी थाना क्षेत्र में चुरी में सपही नदी घाट से बालू निकालने वाले ट्रैक्टर मालिकों को लगातार गोली मारने एवं ट्रैक्टर जलाने की धमकी के बाद से कोई ट्रैक्टर नदी में नहीं जा रहे हैं। जिससे स्थानीय लोगों को भी या तो बालू नहीं मिल पा रहा है या उसके लिए उन्हें काफी कीमत देनी पड़ रही है। स्थानीय पुलिस एक गिरोह के पीछे पड़ती है तब तक दुसरा ग्रुप सक्रिय होकर किसी घटना को अंजाम दे रहा है।