गाजीपुर से समाजवादी पार्टी के सांसद अफजाल अंसारी ने योगी के मुस्लिम लीग वाले बयान पर पलटवार किया। उन्होंने कहा, देश न मुस्लिम लीग की मानसिकता से चलेगा, न ही योगी जी की दादागिरी से चलेगा। देश संविधान से ही चलेगा। भारत का संविधान हमारा सबसे बड़ा ग्रन्थ और पवित्र पुस्तक है। योगी ने शुक्रवार को कहा था कि देश मुस्लिम लीग की मानसिकता से नहीं, भारत की आस्था के अनुरूप चलेगा। हमने कभी किसी के साथ भेदभाव नहीं किया है। आइन-ए-अकबरी कहती है कि वर्ष 1528 में अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भगवान रामलला के मंदिर को तोड़कर एक ढांचा खड़ा किया गया था। ये सारे काम मीरबाकी ने किए हैं। महाकुंभ पर सांसद अफजाल ने कहा, महाकुंभ का बजट बढ़ा कर ठेकेदारों की कमाई का साधन बनाया गया है। इस मामले में संतों, महात्माओं ने भी असंतोष जताया है। अब पढ़िए अफजाल अंसारी की 3 बड़ी बातें… जितने दिन पावर में, कर लें मनमानी
सांसद अफजाल अंसारी ने सीएम योगी द्वारा वक्फ बोर्ड को भू-माफिया बोर्ड बताने पर जवाब दिया। कहा, उनकी गलत कार्रवाई के समर्थन में 10 से 15 पर्सेंट लोग हैं, जो उनके द्वारा किए गए कार्यों की बड़ाई करते हैं। 85% आमजन इन सारे करतूत को लेकर उनका समर्थन नहीं करते हैं। तंत्र की गुलामी की मानसिकता है और वह गुलामी स्वीकार कर चुका है। देश में कानून का राज है, लेकिन जो सत्ता में बैठा है वह कानून नहीं चलाएगा तो हमारे संविधान का अपमान है। जितने दिन पावर में हैं, उतने दिन मनमानी कर लें, देश की जनता माफ नहीं करने वाली है। आम जनता मुंह से नहीं बोलेगी, समय आने वाला है, वह सबक सिखाएगी। महाकुंभ पर कोई टिप्पणी मुनासिब नहीं है
महाकुंभ की जमीन को वक्फ की जमीन बताए जाने पर अफजाल अंसारी ने कहा, मौलाना ने क्या बोला, उससे कोई लेना-देना नहीं है। उस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते। महाकुंभ में देश ही नहीं विदेशों से भी श्रद्धालु आ रहे हैं। यह सम्मानित और धार्मिक आयोजन है, इसके पहले भी जो सरकार रही हैं। उसकी व्यवस्था और इंतजाम करती रही हैं। महाकुंभ का बजट बढ़ा, ठेकेदार कमाई कर रहे
सांसद अफजाल अंसारी ने कहा, सवाल उठ रहा है कि महाकुंभ के बजट का इस्तेमाल हो रहा है कि लूट हो रहा है। महाकुंभ का बजट बढ़ा कर ठेकेदारों की कमाई का साधन बनाया गया है। इस मामले में संतों, महात्माओं ने भी असंतोष जताया है। ये मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है। इस मामले में देश का कोई भी नागरिक सवाल कर सकता है, लेकिन महाकुंभ पर कोई टीका टिप्पणी मुनासिब नहीं है। ये धर्म और आस्था का प्रश्न है। ——————- यह खबर भी पढ़ें…. चाइनीज मांझे से सिपाही का गला कटा, ताऊ का दर्द:अमरोहा में कच्चे रास्ते पर दौड़कर तैयारी की…पिता के साथ पंक्चर बनाया भतीजे ने सिपाही की नौकरी पाने के लिए बहुत मेहनत की। गांव के कच्चे रास्ते पर दौड़कर तैयारी की। पिता के साथ साइकिल का पंक्चर भी बनाता था। घर में भतीजी की शादी की बात चल रही थी। सब खुश थे, लेकिन अब सब खत्म हो गया। इतना कहते ही सिपाही शाहरुख के बड़े पिता अनवर रो पड़े। पढ़ें पूरी खबर…


