अमृतसर| अजनाला थाने पर हमला करने के मामले में जेलों में बंद सांसद अमृतपाल के 41 साथियों की अब हर सोमवार को वीसी के जरिये पेशी हुआ करेगी। अब उन्हें कोर्ट नहीं लाया जाएगा। वहीं मामले में अमृतपाल के 41 साथियों की चार्जशीट में ज्यादातर के डिसक्लोजर स्टेटमेंट सामने आए हैं। इन बयानों में अमृतपाल के “नशा करने’ और आरोपियों की ओर से एक-दूसरे पर आरोप लगाने की बातें दर्ज हैं। वकील रितुराज ने इन बयानों को लेकर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि यह केस अजनाला थाने में दर्ज एफआईआर से जुड़ा है, जिसमें हथियारों के इस्तेमाल और हमले की जांच होनी चाहिए थी, लेकिन पुलिस हथियार बरामद नहीं कर पाई। इसके बजाय चार्जशीट में हर जगह लिखा गया कि अमृतपाल नशा करता है। वकील ने कहा अमृतपाल नशा करता है या नहीं, इसका केस से कोई संबंध नहीं। यह सिर्फ छवि खराब करने की कोशिश है। रितुराज का सवाल है कि जब आरोपियों के बयान अलग-अलग दर्ज हुए होंगे, तो फिर सभी की चार्जशीट में एक जैसी बातें कैसे लिखी गईं? ये सारे बयान डिसक्लोजर स्टेटमेंट हैं, जबकि पप्पलप्रीत की चार्जशीट में सवाल-जवाब दर्ज हैं।