छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर में अवैध प्लाटिंग के खिलाफ नगर निगम का अभियान तीसरे दिन भी जारी रहा। गुरुवार को मोपका में बुलडोजर की कार्रवाई के दौरान अवैध प्लाटिंग में बनाई गई सड़क, बाउंड्री और पक्के मकानों को ध्वस्त किया गया। नगर निगम के बिल्डिंग अधिकारी अनुपम तिवारी ने दैनिक भास्कर को बताया कि तीन दिनों के अभियान में 17 अवैध कालोनाइजरों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इस दौरान 71 एकड़ प्लाट में निर्मित 25 मकानों को जमींदोज कर दिया गया है। कच्ची सड़क, बाउंड्री वॉल, निर्माणाधीन मकानों किया गया ध्वस्त नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार ने स्पष्ट किया कि अवैध प्लाटिंग के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। गुरुवार को जोन क्रमांक 7 के ग्राम-मोपका के खसरा नंबर 465, 466 के भाग में की गई अवैध प्लाटिंग पर बनी कच्ची सड़क, बाउंड्री वॉल और बिना अनुमति निर्माणाधीन मकानों को हटाया गया। इसके अलावा, भूमि खसरा 993 के भाग में राजकिशोर नगर महावीर सिटी के पास अवैध प्लाटिंग पर निर्माणाधीन मकान को भी तोड़ा गया। से अवैध प्लाट खरीदी की थी सब इंजीनियर जुगल सिंह ने बताया कि मोपका में धुनाऊ राम ने विक्रेता आदर्श शुक्ला से, राधेलाल डहरे ने मलय कुमार भट्टाचार्य से और शांतिप्रकाश तिर्की ने विक्रेता रंजीत कुमार डे से अवैध प्लाट खरीदा था। इन सभी मामलों में दोनों पक्षों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। पिछले तीन तीनों से जारी है निगम की कार्रवाई पिछले तीन दिनों से नगर निगम ने अवैध प्लाटिंग और बिना अनुमति के मकान निर्माण के खिलाफ लगातार कार्रवाई से अवैध प्लाटिंग करने वालों और बिना अनुमति मकान निर्माण करने वालों में हड़कंप मचा हुआ है।