आईआरबी और जैप की महिला पुलिसकर्मी भी अब बनेंगी मुंशी

राज्य के विभिन्न थानों में अब जिला बल के अलावा आईआरबी और जैप की भी महिला पुलिसकर्मी भी मुंशी का काम करेंगी। इसके लिए पुलिस मुख्यालय स्तर से तैयारी पूरी कर ली गई है। राज्य में अलग जिलों के विभिन्न युनिट में तैनात 256 महिला पुलिसकर्मियों को इसके लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है। सबसे ज्यादा आईआरबी से 183 महिला पुलिसकर्मियों को शॉर्टलिस्ट किया गया है जिन्हें मनचाहा जिले के थाना में मुंशी कार्य करने के लिए प्रतिनियुक्त किया जाएगा। आईआरबी के अलावा जैप की 20 महिला पुलिसकर्मी भी अब थानों में मुंशी का काम करेंगी। मुख्यालय स्तर से इसके लिए सभी जिला के एसएसपी व एसपी और यूनिट हेड को पत्राचार कर थाना में मुंशी कार्य के लिए चयनित महिला आरक्षियों से प्रतिनियुक्ति के लिए स्वेच्छा पत्र उपलब्ध कराने की मांग की गई है। जिला व यूनिट हेड को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि राज्य के विभिन्न जिला व वाहिनी से चयनित 256 महिला आरक्षियों को विभिन्न जिला के पुलिस थानों में मुंशी कार्य के लिए प्रतिनियुक्त किया जाना है। ऐसे में चयनित महिला आरक्षियों से ऐच्छिक जिला में प्रतिनियुक्ति के लिए मनोनयन प्राप्त करते हुए 2 दिनों के अंदर कार्यालय को नाम उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए। मुख्यालय से पत्राचार किए जाने के बाद जिला व वाहिनी से चयनित महिला आरक्षियों का ऐच्छिक जिला की मांग की गई है। प्रक्रिया पूरी होते ही उन्हें संबंधित जिला के थानों में मुंशी कार्य में तैनात किया जाएगा। जानिए … थाने में मुंशी का मुख्य कार्य सीरिस्ता में लेखन कार्य करना। संचिका का रख-रखाव करना । थानेदार के समक्ष प्राप्त लेटर को पुटअप करना। निर्धारित समय पर पेट्रोलिंग गाड़ी को थाने से प्रस्थान कराना। महिला मुंशी के तैनाती से क्या होगा आम लोगों को फायदा … पीड़ित को खूद का महिला संबंधित परेशानी बताने में आसानी होगी। पुरूष पुलिसकर्मी के समक्ष महिला संबंधी परेशानी बताने में असहजता महसूस होने की स्थिति खत्म होगी। महिला पीड़ित के परेशानी को मुंशी कार्य में तैनात पुलिसकर्मी अच्छे से समझ सकेंगे। महिला मुंशी थाने में पीड़िता से गहन जानकारी जुटाकर अपने वरीय अधिकारी को आसानी से बता सकेंगी। मुंशी कार्य में जिला बल के पुलिसकर्मी भी राज्य के विभिन्न थानों में मुंशी कार्य के लिए पुरूष पुलिसकर्मी को ही तैनात किया जाता है। जिस थाने में काम ज्यादा होता है वहां पुरूष मुंशी का सहयोग के लिए लेखन कार्य में अतिरिक्त पुलिसकर्मी तैनात किए जाते हैं। इनमें इक्का-दुक्का जगह पर लेखन का कार्य के लिए महिला पुलिसकर्मी को तैनात किया जाता है। हालांकि महिला पुलिसकर्मी मुख्य रूप से मुंशी का कार्य नहीं देखती। राज्य के इक्का-दुक्का थानों में ही महिला पुलिसकर्मी मुख्य रूप से मुंशी का कार्य कर रही है। ज्यादातर थानों में पुरूष जवान ही मुंशी के कार्य में लगे हैं। इन जिला व वाहिनी से तैनात होंगी महिला मुंशी आईआरबी – 183, जैप – 20, पलामू जिला – 4, रांची जिला – 4, धनबाद जिला – 3, रेल धनबाद – 1, एसआईआरबी – 13, गिरिडीह जिला – 3, हजारीबाग जिला – 5, चतरा जिला – 5, लातेहार जिला – 2, रामगढ़ जिला – 3, देवघर जिला – 1, जामताड़ा जिला – 1, चाईबासा जिला – 2, गोड्डा जिला – 3, बोकारो जिला – 1, गढ़वा जिला – 1 और जमशेदपुर जिला – 1 कराना सुनिश्चित किया जाए। मुख्यालय से पत्राचार किए जाने के बाद जिला व वाहिनी से चयनित महिला आरक्षियों का ऐच्छिक जिला की मांग की गई है। प्रक्रिया पूरी होते ही उन्हें संबंधित जिला के थानों में मुंशी कार्य में तैनात किया जाएगा।

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