छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में एक ही परिवार की दो महिलाओं की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि दोनों महिलाएं चरोटा भाजी (साग) तोड़ने गई थीं। इसी दौरान अचानक मौसम खराब हो गया और गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली गिर पड़ी। यह घटना घटना 8 जुलाई की शाम लगभग 6:00 बजे की है। तिहरी बाई (45 वर्ष) और राम बाई (30 वर्ष) ग्राम पंचायत कांदावानी के आश्रित गांव वाहपानी के भलनीदादर मोहल्ला की रहने वाली हैं। दोनों महिलाएं सोमवार की शाम अपने घर से लगभग 2 किलोमीटर दूर, और नेऊर–रुखमीरुखमीदादर मुख्य मार्ग से लगभग 300 मीटर नीचे पहाड़ी ढलान पर चरोटा भाजी (साग) तोड़ने गई थीं। बारिश से बचने पेड़ के नीचे खड़ी थीं महिलाएं इसी दौरान मौसम खराब हो गया और गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली गिर पड़ी। खुद को बचाने के लिए दोनों महिलाएं पेड़ के नीचे जाकर खड़ी हो गईं। महिलाओं के पास छाता भी था। इसी दौरान बारिश से बचने के लिए जहां दोनों महिलाएं खड़ी थी, बिजली सीधे वहीं गिर गई। इससे छाता जल गया और दोनों महिलाओं को छाती, सिर सहित शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर चोटें आईं। पहाड़ी ढलान पर पत्थर अधिक होने के कारण गिरने से दोनों महिलाओं को चोटें आई। दोनों महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई। देर रात घर नहीं लौटने पर परिजनों ने की तलाश इधर, रात भर परिजन दोनों महिलाओं का इंतजार करते देखते रहे, लेकिन जब देर रात तक उनकी कोई जानकारी नहीं मिली, तो बुधवार सुबह ग्रामीणों की मदद से जंगल में उनकी तलाश शुरू की गई। थोड़ी देर बाद ही बाहपानी गांव के समीप जंगल में दोनों का शव पड़ा मिला। शवों की प्राथमिक जांच से पता चला कि उनकी मौत आकाशीय बिजली गिरने से हुई है।घटना की सूचना मिलते ही कुकदूर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा कार्रवाई के बाद शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी आकाशीय बिजली गिरने से मौत की पुष्टि हुई है।