आमाडाड़ ओसीपी फिर एक बार चर्चा में, नियमों की अनदेखी और फर्जी वाड़ा का आरोप
जमुना कोतमा। कोल इंडिया की सह कंपनी एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र के जीवन दायिनी आमाडाड़ ओसीपी में फर्जी नोट सीट बनाकर ठेकेदार को भुगतान कराने का आरोप लगा है। जिससे कंपनी को आर्थिक क्षति पहुंच रही है। श्रमिक संघों ने एक लिखित पत्र आमाडाड़ ओसीपी के उप क्षेत्रीय प्रबंधक को पत्र देकर भुगतान पर रोक लगाये जाने की मांग की गई है एवं फर्जी नोट सीट तैयार करवाने वाले कर्मचारी के विरुद्ध उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। दोषी कर्मचारी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की अपेक्षा की गई है। उक्त संबंध में संघ ने अपने पत्र में अवगत कराया गया है कि 28 दिसंबर 2024 को कोयला उत्खनन में उपयोगी मशीन का बिना मरम्मत के ही काम में लगा दिया गया। मरम्मत के नाम पर फर्जी वाड़ा कर रूपयों का भुगतान न हो।
नियमों की हो रही अनदेखी
ज्ञात हो कि आमाडांड से कोयला को साईडिंग तक भेजने के लिए ट्रकों का इस्तेमाल होता है। जिसमें कोयला भरा होता है उस ट्रक को तिरपाल से ढ़का जाता है। ताकि उससे कोई कोयले का टुकड़ा गिर राहगीर को चोटिल न कर सके। किंतु देखा यह जा रहा है किसी प्रकार का तिरपाल अथवा सावधानी नही बरती जा रही है। इसी क्रम ग्रामीणों ने आगे बताया गया कि कोयले से उड़ने वाला डस्ट उनके घरों तक आ जाता है, और कई प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी परेषानी भी पैदा करता है।