रांची |झारखंड में एनीमिया मुक्त भारत (एबीएम) और विद्यालय स्वास्थ्य कल्याण कार्यक्रम को प्रभावी ढंग से लागू करने को लेकर मंगलवार को राज्यस्तरीय अन्तर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक आयोजित की गई। स्वास्थ्य सचिव अजय कुमार सिंह ने बैठक की अध्यक्षता की। राज्य नोडल पदाधिकारी डॉ. कमलेश कुमार ने एनीमिया की गंभीरता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह समस्या न केवल शारीरिक और बौद्धिक विकास को प्रभावित करती है, बल्कि कार्यक्षमता को भी कमजोर बनाती है। आईएफए (आयरन-फ्लोरिक एसिड) पूरकता में राष्ट्रीय स्तर पर झारखंड दूसरे स्थान पर है, जो इस दिशा में राज्य की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। बैठक में एनएचएम के अभियान निदेशक अबु इमरान व निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य सेवाएं चंद्र किशोर शाही मौजूद रहे। बैठक में एनीनिया मुक्त भारत और विद्यालय स्वास्थ्य कार्यक्रम को डिजिटल माध्यम से मजबूत करने का निर्णय लिया गया। इस समन्वित प्रयास से राज्य में बच्चों और किशोरों की पोषण एवं स्वास्थ्य स्थिति में सुधार लाने की उम्मीद है।