मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार शाम 5 बजे आलीराजपुर के छकतला में 1732.45 करोड़ की लागत से 169 गांवों की 55013 हेक्टेयर भूमि में जल पहुंचाने के उद्देश्य से सोंडवा माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना का भूमि पूजन किया। इससे आलीराजपुर, जोबट, सोंडवा और काठीवाड़ा के लोगों को नर्मदा का पानी मिल सकेगा। 13 सड़कों के निर्माण को मंच से ही मंजूरी सीएम ने कहा- सरकार अब दूध उत्पादन के लिए भी बोनस देने जा रही है। उन्होंने कैबिनेट मंत्री नागर सिंह चौहान की मांग पर कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, मथवाड़ हाई स्कूल से हायर सेकंडरी उन्नयन एवं कट्ठीवाड़ा से सोंडवा से लेकर कुल 13 सड़कों के निर्माण को मंच से ही मंजूरी दी। इस दौरान उन्होंने छकतला हीरा पॉलिशिंग के लिए 15.14 करोड़ की कार्ययोजना सहित जल संसाधन विभाग, लोक निर्माण विभाग, ग्रामीण यांत्रिकी विभाग, स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभागों की योजनाओं का भूमि पूजन व लोकार्पण किया। सीएम का तीर-कमान और अंगवस्त्र भी भेंट किया मुख्यमंत्री का स्वागत कैबिनेट मंत्री नागर सिंह चौहान, सांसद अनिता चौहान, जिला पंचायत अध्यक्ष हजरी बाई खरत, जनप्रतिनिधि किशोर शाह, मकू परवाल ने पुष्प गुच्छ, साफा, भील संस्कृति की जैकेट, तीर कमान व अंगवस्त्र झूलड़ी भेंट कर किया। इसके बाद प्रियंका तोमर ने पिथोरा चित्रकला मुख्यमंत्री को भेंट की। अब जिले में ही होगा हीरा पॉलिशिंग और कटिंग का काम सीएम ने कहा कि जिले से लगातार यही सूचना मिलती थी कि साल में सिर्फ एक ही उपज की पैदावार हो पाती थी, जिससे आय के साधन कम होने से पलायन भी होता है। इसी को दृष्टिगत रखते हुए 1732 करोड़ की सोंडवा माइक्रो उद्वहन परियोजना एवं छकतला हीरा पॉलिशिंग एवं कटिंग के लिए 15.14 करोड़ के कार्यक्रम का भी भूमि पूजन किया गया, जिससे पानी की कमी समाप्त होगी एवं 2-3 फ़सल एक वर्ष में ले पाएंगे और हीरा तराशने का कार्य जिले में होगा तो लोगों को जिले में रोजगार मिलेगा। हीरा तराशने के काम से पलायन खत्म होगा उन्होंने कहा कि आलीराजपुर के तो लोग भी हीरा हैं और उनके द्वारा हीरा तराशने के काम से एक आजीविका का सृजन होगा और पलायन खत्म होगा। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड में पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिए 1 लाख करोड़ की लागत से केन-बेतवा लिंकिंग परियोजना का शुभारंभ प्रधानमंत्री मोदी 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर करेंगे। उन्होंने कलेक्टर से कहा कि जिले की ग्रिड व बिजली की मांग लगातार प्राप्त हो रही है। जिले में ग्रामवार, फलियावार सर्वे कर रिपोर्ट पेश करें, उसके आधार पर जिले में बिजली की परेशानी को खत्म करने का काम और अधिक गति से किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वे भगोरिया पर्व में शामिल होने का प्रयास करेंगे। भगोरिया के नृत्य, ढोल की थाप के लिए देवता भी आकर्षित होते हैं, वे जरूर यहां आकर भगोरिया मेले का आनंद लेंगे।