वैशाली नगर तिराहा, अन्नपूर्णा रोड स्थित श्री दत्त मंदिर में श्रीमत्परमहंस परिव्राजकाचार्य परम सदगुरु श्री वासुदेवानंद सरस्वती (टेंबे) स्वामी महाराज की कुटी में दत्त जयंती महोत्सव चल रहा है। तीसरे दिन 10 दिसंबर को शाम 6.15 बजे दत्तात्रेय भगवान की आरती की गई। उसके बाद रात 8 से 10 बजे तक, प्रमुख गायक भाऊराव जौंजाल और मनोहर कोठेकर ने तबला- सुनील कोटेवाले और सचिन कोठेकर, साइड रिदम प्रकाश घोड़गांवकर, वायलिन मिलिंद शुक्ल जैसे सहयोगियों के साथ शुरुआत की। संगीतकार भाऊराव जौंजाल ने “गणपति वसुदेव शारदा” के भक्ति संगीत से प्रस्तुत करते हुए “गुरु बिन नहीं मिले ज्ञान”, जैसे और भी संगीत से दत्त भक्तों का मन जीत लिया। फिर संगीतकार मनोहर कोठेकर ने “सुनले सुनले ध्यान से प्राणी…”, “जरा धीरे धीरे गाड़ी हांको…”, जैसे और भी संगीत गाए। भाऊराव जौंजाल और मनोहर कोठेकर ने मिलकर “आजमी दत्त गुरु पाहिले”, गुरु बिन कौन करे भवपार”, जैसे संगीत गाकर “दिगंबरा दिगंबरा” भक्ति संगीत पर समापन किया। इस कार्यक्रम में अनेक भक्त उपस्थित रहे। भक्ति संगीत के कलाकारों का श्री दत्तात्रेय भगवान की तस्वीर, श्रीफल और माला पहनाकर सम्मान किया गया।


