दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी IT सर्विस कंपनी इंफोसिस को वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में 6,921 करोड़ रुपए का मुनाफा (कॉन्सोलिडेटेड नेट प्रॉफिट) हुआ है। सालाना आधार पर यह 8.7% बढ़ा है। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी को 6,368 करोड़ रुपए का प्रॉफिट हुआ था। अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी ने 42,279 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया। सालाना आधार पर इसमें 7.5% की बढ़ोतरी हुई है। एक साल पहले यानी Q1FY24-25 में टेक कंपनी ने 39,315 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था। वस्तुओं और सेवाओं को बेचने से मिलने वाला पैसा रेवेन्यू होता है। इंफोसिस का शेयर 6 महीने में 16% गिरा तिमाही नतीजों से पहले इंफोसिस का शेयर आज बुधवार (23 जुलाई) को 0.76% गिरकर 1,558.90 रुपए के स्तर पर बंद हुआ। पिछले एक महीने में कंपनी का शेयर 2% गिरा है। जबकि 6 महीने में ये 16% और इस साल यानी 1 जनवरी से अब तक 17% गिरा है। वहीं एक साल में कंपनी का शेयर 15% गिरा है। कंपनी का मार्केट कैप 6.52 लाख करोड़ रुपए है। नारायण मूर्ति ने 1981 में की थी कंपनी की शुरुआत 1981 में स्थापित, इंफोसिस एक NYSE लिस्टेड ग्लोबल कंसलटिंग और आईटी सर्विसेज कंपनी है। 250 डॉलर (आज के हिसाब से करीब 21,000 रुपए) की पूंजी से कंपनी की शुरुआत हुई थी। 40 साल पुरानी कंपनी के 56 से अधिक देशों में करीब 1900 ग्राहक है। इसकी दुनियाभर में 13 सब्सिडियरी कंपनियां है। कंपनी के नारायण मूर्ति हैं। CEO और मैनेजिंग डायरेक्टर सलील पारेख है। डी सुंदरम लीड इंडिपेंडेंट डायरेक्टर है।