इजराइल पर फिलिस्तीनियों को ड्रग्स देने का आरोप:गाजा भेजी आटे की बोरियों में नशीली गोलियां मिलीं; निहत्थे लोगों पर गोलीबारी का भी इल्जाम

गाजा के सरकारी मीडिया ऑफिस (GMO) ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन (GHF) ने फिलिस्तीनी लोगों को जो आटे की बोरियां दी हैं, उनमें ऑक्सीकोडोन नाम की नशीली गोलियां मिली हैं। GHF को इजराइली सेना चलाती है और इसे अमेरिका से सपोर्ट मिलाता है। इस खुलासे के बाद गाजा में मानवीय संकट और गहरा गया है। GMO ने कहा कि 4 लोगों के आटे की बोरियों में नशीली गोलियां मिली हैं। आशंका है कि जानबूझकर आटे में कुछ नशीले पदार्थ मिलाए गए, जिसे फिलिस्तीनियों ने खा लिया। GMO ने कहा कि यह लोगों को नशे की लत लगाने की साजिश है। इजराइल नशीली दवाओं को हथियार के तौर में इस्तेमाल कर रहा है। यह वॉर क्राइम और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है। निहत्थे लोगों पर गोलीबारी का आरोप इजराइली सेना पर यह भी आरोप है कि शुक्रवार को उसने दक्षिणी गाजा में GHF के रिलीफ सेंटर्स पर इंतजार कर रहे 10 निहत्थे फिलिस्तीनियों को गोली मार दी। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, GHF का रिलीफ प्रोग्राम शुरू होने के बाद से पिछले एक महीने में रिलीफ सेंटर्स पर 550 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। इजराइली अखबार हारेत्ज ने कुछ अनाम सैनिकों के हवाले से बताया कि इजराइली सैनिकों को निहत्थे फिलिस्तीनियों पर गोली चलाने के आधिकारिक आदेश दिए गए थे। एक सैनिक ने कहा- हमने टैंकों से, मशीनगनों से गोलियां चलाईं और ग्रेनेड फेंके। एक अन्य सैनिक ने बताया कि उसके इलाके में हर दिन एक से पांच लोग मारे जा रहे है। इजराइल ने सभी आरोपों को खारिज किया
इजराइली सेना ने इन आरोपों को सिर से खारिज किया और कहा कि इनकी जांच की जाएगी। इजराइली सेना ने कहा कि उसने अपने सैनिकों आदेश दिया है कि निहत्थे लोगों को नुकसान नहीं पहुंचाया जाए। इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने भी इस रिपोर्ट को खारिज किया है। गाजा में भुखमरी जैसे हालात इजराइली रक्षा मंत्रालय ने एक हफ्ते पहले बताया था कि गाजा पट्टी में मानवीय सहायता के लिए 350 ट्रक भेजे गए हैं। इन ट्रकों में UN और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की तरफ से भेजी गई आटे और खाद्य सामग्री जैसी मदद है। यह मदद केरेम शालोम क्रॉसिंग के रास्ते भेजी गई थी। इससे पहले गाजा में 2 मार्च से अनाज नहीं पहुंचा था। खाने-पीने के सामानों की कमी के चलते गाजा में भुखमरी का खतरा बढ़ था। हालात अभी भी गंभीर बने हुए हैं। नेतन्याहू का कहना है कि इजराइल यह तय करेगा कि मदद सिर्फ जरूरतमंद लोगों तक पहुंचे और हमास को न मिले। हमास इजराइल के साथ सीजफायर के लिए तैयार फिलिस्तीन के उग्रवादी संगठन हमास ने पिछले महीने अमेरिका की तरफ से गाजा में युद्धविराम के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। यह प्रस्ताव ट्रम्प के विशेष प्रतिनिधि स्टीव विटकॉफ ने दिया था। इस नए प्रस्ताव में 10 इजराइली बंधकों की रिहाई और 70 दिन का युद्धविराम शामिल है। रॉयटर्स के मुताबिक इस प्रस्ताव में इजराइल की तरफ से कई फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई का मुद्दा भी शामिल है, जिनमें लंबी सजा काट रहे सैकड़ों कैदी शामिल हैं। इससे पहले इजराइल और हमास के बीच 19 जनवरी को सीजफायर हुआ था। हालांकि दो महीने बाद यानी 18 मार्च को इजराइल ने गाजा में कई जगह पर मिसाइल अटैक करके इसे तोड़ दिया था। गाजा में 70% बिल्डिंग्स तबाह गाजा के मीडिया कार्यालय ने इजराइल पर आरोप लगाया कि वह गाजा पट्टी से फिलिस्तीनी आबादी खाली करने की साजिश रच रहा है। ऑफिस ने कहा कि इजराइली सेना जबरन बेदखली, बमबारी और सहायता रोककर गाजा को तबाह कर रही है। यह नरसंहार और नस्लीय सफाई है। इजराइल की कार्रवाइयों में अब तक कम से कम 56,331 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं। GMO ने दावा किया था कि गाजा का 70% से ज्यादा बिल्डिंग्स तबाह हो चुकी हैं और 19 लाख लोग (85% आबादी) अपने घरों से बेघर हो गए हैं। ——————————– गाजा से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें… ईरान जंग के बाद अब गाजा वॉर खत्म करेंगे ट्रम्प:बोले- एक हफ्ते के भीतर सीजफायर संभव ईरान जंग रुकवाने के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गाजा में इजराइल और हमास के बीच युद्ध खत्म करवाने के संकेत दिए हैं। उन्होंने शुक्रवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ‘हमें लगता है कि अगले हफ्ते के भीतर सीजफायर हो जाएगा।’ यहां पढ़ें पूरी खबर…

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