भास्कर न्यूज | अमृतसर वार्ड नंबर 13 में रिजर्व सीट पर 5 महिलाएं चुनावी मैदान में हैं। इससे पहले भी यहां महिला पार्षद रही हैं, लेकिन इलाके की महिलाओं का कहना है कि यहां समस्याओं की भरमार है। कई साल से पीने के पानी में सीवरेज का पानी मिक्स होकर आ रहा है। यहां तक वार्ड के अंदर टूटी सड़कों को लेकर आए दिन लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस इलाके में काफी लोग प्रवासी हैं। इसलिए उन्हें सेवाओं से वंचित रखा जा रहा है। इलाके निवासियों के साथ लूट की घटनाएं होना भी आम बात है। महिलाओं का रात के समय घर से निकलना खतरे से खाली नहीं है। नशेड़ी जगह-जगह खड़े रहते हैं। बिजली के तारों के जाल बने हुए हैं जिस कारण हादसा हो सकता है। कई जगह स्ट्रीट लाइटों की भी समस्या है। चुनावी दौर के दौरान ही नए पुराने पार्षदों को इन सड़कों, लाइटों, पानी, सीवरेज और बिजली के तारों को संवारने का ख्याल आता है। इस इलाके में पार्क तक की सुविधा भी नहीं है। महिलाओं का कहना है कि महिलाओं को वोट करके भी समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा तो वह पुरुषों पर कैसे भरोसा कर सकती हैं। महिलाओं का कहना है कि बच्चों के लिए पार्क की सुविधा हर इलाके में होनी चाहिए, लेकिन आम लोगों के लिए यहां पार्क ही नहीं है।इलाके में कई जगह ब्लैक स्पॉट हैं। यहां कई जगह तो स्ट्रीट लाइटें ही नहीं लगी हुई हैं। रात के समय गुजरने में खत्तरा महसूस होता है।शिकायत के बाद भी यहां समस्याओं का हल नहीं हो पा रहा है। ^बच्चों के लिए पार्क की सुविधा हर इलाके में होनी चाहिए, लेकिन आम लोगों के लिए यहां पार्क ही नहीं है। नए उम्मीदवारों से विकास की उम्मीद है। ्बिेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेे11जली के तार चारों तरफ फैले हुए हैं, जोकि हर समय हादसे को बुलावा दे रहे हैं। किसी भी समय शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग सकती है। एरिया में साफ सफाई की व्यवस्था भी नगर निगम को करनी चाहिए। -मीनू, इलाका निवासी ^टूटी सड़कों की यहां बहुत परेशानी है। रात के समय इन गड्ढों के कारण बाइकों से गिरने का खत्तरा रहता है। चुनाव नजदीक आते है नेता लोगों की समस्याएं हल करने का दावा करके चले जाते हैं। कुर्सी मिलने के बाद सब भूल जाते है। वहीं, सड़कों को रिपेयर करने की बजाए सिर्फ पैचवर्क ही किया जा रहा है। -अनु, इलाका निवासी ^सीवरेज और पानी की जो पाइपें डाली हुई हैं। वह टूटी हुई हैं। सीवरेज भरने पर गंदा पानी पीने वाले पानी के साथ मिल कर लोगों के घरों में आता है। इसलिए वह बाहर से ही पानी लेकर पीते है। पानी से कई बार बहुत बदबू आती है। ऐसे पानी को शौचालय के अंदर भी प्रयोग नहीं िकया जा सकता। शिकायत के बाद भी यहां समस्याओं का हल नहीं हो पा रहा है। -सीता, इलाका निवासी ^इलाके में कई जगह ब्लैक स्पॉट हैं। यहां कई जगह तो स्ट्रीट लाइटें ही नहीं लगी हुई हैं। रात के समय गुजरने में खत्तरा महसूस होता है। पुरुषों को कोई समस्या नहीं आती, लेकिन महिलाएं असुरक्षित महसूस करती हैं। क्योंकि अंधेरे में ही लूटपाट की घटनाएं अक्सर होते देखा जाता है। शिकायतों के बाद भी समस्याओं का समाधान नहीं होता। -आशा, इलाका निवासी ^एरिया में स्ट्रीट लाइटों की समस्या नहीं है। सीवरेज की समस्या जब भी आई, उसका समाधान समय पर करवा दिया गया। वह हमेशा लोगों की सेवा में खड़ी रही हैं। बजट न मिलने के कारण भी समस्याएं झेलनी पड़ी। – पिंकी देवी, पूर्व पार्षद ^बीते कई सालों में सीवरेज जाम की समस्या का कभी कोई समाधान नहीं हो सका है। पार्षद चाहे किसी भी पार्टी से संबंधित हो। लेकिन यह समस्या महिलाएं झेलने को मजबूर हैं। गंदे पानी को पीने से बच्चों समेत बुजुर्ग और अन्य बीमारियों का शिकार हो सकते हैं। साफ पानी आम आदमी की पहली जरूरत है, लेकिन इसे ही आज तक विकसित नहीं िकया जा सका। जनक देवी, इलाका िनवासी