भास्कर न्यूज | नारायणपुर जिला अस्पताल में बिना पंचनामा के छह दिनों तक शव को रखने के मामले को लेकर सोमवार को जनजाति समाज के द्वारा कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन सौंपने आए ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम बागझार, ग्राम पंचायत दंडवंड के निवासी मंगेल कचलाम की मौत 9 दिसंबर को हुई थी। उसकी मौत के बाद शव को नारायणपुर जिला अस्पताल में ही 6 दिनों तक रखा गया। गौरतलब है कि इन छह दिनों में मृतक के परिजन गांव में उसकी ही भूमि पर ही ईसाई रीति रिवाज से शव दफनाने की जिद करते रहे, लेकिन उसका अंतिम संस्कार नहीं किया गया। इस बीच अस्पताल में बिना पंचनामा के छह दिनों तक शव को रखा गया, इसकी जांच की जानी चाहिए। जिला अस्पताल में ऐसा कौन सा प्रावधान है जिसके तहत मृत्यु के छह दिन बाद व परिजनों की उपस्थिति होने के बाद भी बिना पंचनामा के शव को सुरक्षित रखा जाता है, जिसके आधार पर वहां के कर्मचारियों ने ऐसा किया है, इसकी जांच होनी चाहिए। इसके अतिरिक्त यह पूरा क्षेत्र पांचवीं अनुसूची क्षेत्र में आता है, बावजूद इसके इस क्षेत्र के गांव-गांव में धर्म परिवर्तन हो रहा है, जिसके चलते तनाव की स्थिति बन रही है और जनजाति भूमि पर ईसाई रीति रिवाज से शव दफनाने को लेकर विवाद उत्पन्न हो रहा है। ऐसे में इन क्षेत्रों में अवैध धर्म परिवर्तन कौन करवा रहा है, इसकी भी जांच की अपील की गई है। जनजाति समाज के लोगों ने कहा कि इस पूरे विषय को लेकर निष्पक्ष रूप से व्यापक जांच हो और कौन-कौन से लोग, संगठन, समूह और संस्थाएं इसमें शामिल हैं, जानकारी सामने आए।