उज्जैन की चंबल नदी में ट्रैक्टर-ट्रॉली गिरने से लापता शुभम चौहान (16) का शव शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे निकाला जा सका। हादसे के करीब 21 घंटे बाद एसडीईआरएफ की टीम ने शव पानी से बरामद किया। दरअसल, गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे पीरझलार गांव से देवी प्रतिमा विसर्जन के लिए कुछ लोग ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर चंबल नदी पहुंचे थे। विसर्जन के बाद किसी बच्चे ने ट्रैक्टर में लगी चाबी घुमा दी। ट्रैक्टर-ट्रॉली आगे बढ़ी और नदी में जा गिरी। इससे 12 बच्चे पानी में गिर गए थे। इनमें से 11 को बाहर निकाल लिया गया था। इनमें से पृथ्वीराज पिता दिनेश चौहान (16) और अंश पिता अर्जुन चौहान (8) को अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था। दोनों का अंतिम संस्कार गुरुवार शाम को ही उनके गांव पीरझलार में किया गया। वहीं, आदित्य पिता लाखन गुरवाड़िया (10) और वंश पिता अर्जुन चौहान (6) को इंदौर के चोइथराम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ब्रिज से विसर्जन प्रतिबंधित, लेकिन कोई सूचना नहीं
दैनिक भास्कर ने घटना की पड़ताल की तो पता चला कि जिस ब्रिज से ट्रैक्टर गिरा है, वहां प्रतिमा विसर्जन के लिए कोई सुरक्षा इंतजाम ही नहीं थे। इंगोरिया थाने में बनी विसर्जन स्थलों की लिस्ट में इस ब्रिज का नाम नहीं है। न ही ब्रिज पर प्रतिमा विसर्जन प्रतिबंधित होने की कोई सूचना लगी है। अगर ब्रिज पर पुलिसकर्मी मौजूद होते तो हादसे से बचा जा सकता था। ग्रामीण बोले- हर साल यहां विसर्जन होता है
हादसे के बाद प्रशासन की ओर से ब्रिज पर एक छोटा पंपलेट चिपका दिया गया है। इसमें लिखा है- ब्रिज से प्रतिमा विसर्जन करना प्रतिबंधित है। वहीं, ग्रामीणों ने बताया- हर साल आसपास के गांवों के लोग इसी ब्रिज से प्रतिमा विसर्जन करते हैं। इसके बाद भी यहां सुरक्षा के कोई उपाय नहीं हैं। गुरुवार सुबह से ही पीरझलार, दौलतपुर, तलावली, नरसिंगा सहित अन्य गांवों के लोग मूर्तियों का विसर्जन करने के लिए यहां आ रहे थे। ब्रिज नदी से करीब 30 फीट ऊंचा है
एसडीएम धीरेंद्र पाराशर ने कहा कि ब्रिज नदी से करीब 30 फीट ऊंचा है। इससे मूर्ति विसर्जन नहीं हो रहा था। ये लोग कहीं से लौट रहे थे। इस बीच ब्रिज पर ट्रैक्टर खड़ा करके ड्राइवर उतर गया। जिसके बाद किसी बच्चे ने चाबी घुमा दी। पुलिस मामले की विस्तृत जांच कर रही है। शुभम के पिता ने कहा- मूर्ति विसर्जन करने आए थे
शुभम के पिता मोहनलाल उर्फ भूरा चौहान ने कहा- हर साल इसी ब्रिज से मूर्तियों का विसर्जन होता है। हम माताजी खमाने (विसर्जन करने) आए थे। नदी पर ट्रैक्टर छोड़कर दूसरी ओर गए और मूर्ति का विसर्जन किया। हमने बच्चों से कहा- जाओ और ट्रैक्टर-ट्रॉली पर बैठो। सभी ट्रॉली में बैठ गए थे। तभी किसी बच्चे ने चाबी घुमा दी और ट्रैक्टर स्टार्ट होकर नदी में गिर गया। हादसे से पहले की 4 तस्वीरें देखिए… ये खबर भी पढ़ें… खंडवा में ढलान पर ट्रैक्टर न्यूट्रल किया, पलट गया खंडवा में दुर्गा विसर्जन के दौरान डैम के बैकवाटर में ट्रैक्टर-ट्रॉली पलट जाने से 11 लोगों की जान चली गई। ट्रॉली में दुर्गा प्रतिमा के साथ करीब 30 लोग सवार थे। इन लोगों ने विसर्जन के लिए बैकवाटर को चुना था, जहां ढलान पर ड्राइवर ने ट्रैक्टर को न्यूट्रल कर दिया। ढलान खत्म होते ही ट्रैक्टर बेकाबू होकर पानी में समा गया। पढे़ं पूरी खबर…