भास्कर न्यूज | अमृतसर गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी (जीएनडीयू) ने सोमवार को डिजिटल सुधारों की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए e-Sanad पोर्टल लॉन्च किया। इस पोर्टल के जरिए अब डिग्री, ट्रांसक्रिप्ट और सर्टिफिकेट की वेरिफिकेशन और एटेस्टेशन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन, पेपरलेस, कॉन्टैक्टलेस और कैशलेस हो गई है। इस पहल की शुरुआत यूनिवर्सिटी के सीनेट हॉल में हुई, जहां मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद कुलपति प्रो. करमजीत सिंह ने कहा कि जीएनडीयू उत्तर भारत की पहली सरकारी यूनिवर्सिटी है जिसने यह पोर्टल लॉन्च किया है। इससे छात्रों को न केवल सुविधा मिलेगी, बल्कि ग्लोबल स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए और बेहतर तरीके से तैयार हो सकेंगे। यह पोर्टल नेशनल इन्फॉर्मेटिक्स सेंटर और विदेश मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से तैयार किया गया है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि अब छात्रों को डिग्री या सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन के लिए यूनिवर्सिटी या सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। इस सुविधा के शुरुआत के संबंध में हुए कार्यक्रम की शुरुआत के दौरान डीन अकादमिक अफेयर्स प्रो. पलविंदर सिंह, एनआईसी के डायरेक्टर जनरल इंदरपाल सिंह सेठी, डिप्टी डायरेक्टर जनरल विवेक वर्मा, डायरेक्टर पंजाब कीर्ति महाजन ने पोर्टल की लाइव डेमो दी। प्रो. पलविंदर सिंह ने ई-सनद पोर्टल की विशेषताओं और इसके लाभों के बारे में विस्तार से बताया। वीसी प्रो. करमजीत सिंह ने बताया कि यह पोर्टल छात्रों के साथ-साथ संस्थानों के लिए भी एक नई डिजिटल व्यवस्था की शुरुआत है। इससे न केवल समय और संसाधनों की बचत होगी, बल्कि सेवाओं की पारदर्शिता और विश्वसनीयता भी बढ़ेगी। इस सुविधा के विदेश जाने वाले छात्रों को सबसे ज्यादा फायदा होगा। इसके तहत डिग्री, ट्रांसक्रिप्ट और सर्टिफिकेट की पूरी वेरिफिकेशन प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। फिजिकल डॉक्युमेंट या मैनुअल वेरिफिकेशन की जरूरत नहीं रहेगी। डिजिटल सिग्नेचर और वेरिफिकेशन टेक्नोलॉजी के जरिए पूरी तरह सुरक्षित रहेगा। ऑनलाइन ट्रैकिंग सुविधा – छात्र अपने आवेदन की स्थिति जान सकेंगे। मल्टी-लैंग्वेज सपोर्ट – अलग-अलग भाषाओं में पोर्टल उपलब्ध होगा। स्टूडेंट्स https://www.gndu.ac.in certificate/php_users/ पर जाकर सुविधा का फायदा उठा सकते हैं।