सलूंबर क्षेत्र के सराड़ी गांव में पिछले दिनों से लेपर्ड का मूवमेंट बढ़ा है। यहां बुधवार सुबह भी खेतों में लेपर्ड आ गया तो ग्रामीणों ने शोर मचाया तो लेपर्ड भाग गया। इस संबंध में वन विभाग को सूचित किया गया है। सलूंबर के मेवल क्षेत्र में लेपर्ड के बढ़ते मूवमेंट के बाद से ग्रामीण दशहत में है। सबसे बड़ी बात यह है कि लेपर्ड के आबादी क्षेत्र में आने से बच्चे भी भयभीत है। आज सुबह करीब 7.30 बजे सराड़ी के पास लेपर्ड कालीमगरी, गामरा कुआ के पास खेत में काम कर रहे भैरा गायरी, बाबर गायरी, रूपा सालवी, किशन सालवी, देवा तवेड ने देखा। भैरा ने बताया कि जब लेपर्ड सामने था तो सबने शोर मचाया तो लेपर्ड वहां से भागते हुए गांव के श्मशान के पीछे पहाड़ की तरफ चला गया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना भाजपा जिला उपाध्यक्ष चंद्रशेखर जोशी को दी। जोशी ने इस मामले में सलूंबर जिला कलेक्टर जे.एस. संधू और वन विभाग के अधिकारी लोकेंद्र सिंह को अवगत कराया। ग्रामीणों ने बताया कि सुबह और शाम के समय लेपर्ड का मूवमेंट यहां खेतों के आसपास दिखाई दे रहा है। यहीं उसके पास ही उनके घर भी है। वन विभाग के पास एक ही पिंजरा
वन विभाग के पास इस रेंज में एक ही पिंजरा है जबकि लेपर्ड के मूवमेंट की शिकायतें आसपास के अन्य गांवों से भी आ रही है। जोशी ने इस संबंध में सलूंबर विधायक शांता देवी मीणा से बात कर कहा कि करावली वन नाका के लिए एक अलग पिंजरे की व्यवस्था कराई जाए क्योंकि जयसमंद कैचमेंट एरिया मेवल क्षेत्र में लेपर्ड के हमले की शिकायतें ज्यादा आ रही है।