मोहाली पुलिस में तैनात एक एएसआई को जब विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने रिश्वत के मामले में दबोचने की कोशिश की तो उसने भागने का प्रयास किया। इस दौरान उसने कार विजिलेंस के इंस्पेक्टर पर चढ़ा दी। इसमें इंस्पेक्टर गंभीर रूप में घायल हो गया। जबकि आरोपी फरार हो गया। आरोपी की पहचान एएसआई कमलप्रीत शर्मा के रूप में हुई है। वह फिलहाल फरार है। साेहाना थाने में आरोपी के खिलाफ धारा 109 (इरादा कत्ल), 132 (सरकारी मुलाजिम को उसके कर्तव्य के निष्पदान के दौरान उसे रोकने के लिए इरादे से बल पूर्वक हमला करना), 221 (सरकारी मुलाजिम के काम में रुकावट डालना) बीएनएस एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। जबकि विजिलेंस ने आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार की धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। एक्सीडेंट केस में समझौते के मांगे थे 50 हजार विजिलेंस को हरजिंदर सिंह, निवासी भटौली, आनंदपुर साहिब ने शिकायत दी थी। उसने बताया था कि वह पेशे से ड्राइवर हैं। उसका साथी सतीश कुमार भी ड्राइवर है। आरोपी एएसआई सनेटा चौकी इंचार्ज था। उसके अधीन आते इलाके में 30 मई को उसके दाेस्त से एक एक्सीडेंट हो गया था, जिसमें बाइक सवार एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। इस वजह से उसके दोस्त पर केस दर्ज हो गया था। इस दौरान चौकी के एक मुलाजिम ने सतीश के परिवार पर दबाव बनाया गया कि उनके बेटे का नुकसान हो जाएगा। इसके बाद, चौकी इंचार्ज ने उसे फोन कर कहा कि वह दूसरी पार्टी से समझौता करवा देगा। इसके लिए उसने 50 हजार रुपए की मांग की थी। विजिलेंस का नाम सुनते ही हुआ फरार
शिकायकर्ता ने बताया कि आरोपी ने पहली किश्त के रूप में 20 हजार रुपए देने के लिए राजी हो गया। लेकिन उसने विजिलेंस को शिकायत दी। इसके बाद, विजिलेंस ने ट्रैप लगाया। चार मई को आरोपी सनेटा चौकी इंचार्ज, ने पहली किश्त के रूप में 20 हजार रुपए लिए। विजिलेंस इंस्पेक्टर वरिंदर शर्मा की अगुवाई वाली टीम उसकी गाड़ी के पास पहुंची और अपनी पहचान बताई। इस दौरान आरोपी ने गाड़ी भगा ली। विजिलेंस अफसर ने कहा कि उस पर कार चढ़ाने की कोशिश की गई। इस दौरान एक सिपाही पर भी कार चढ़ाने की कोशिश हुई। दोनों घायल हो गए।