दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर एक अनूठी मेहमाननवाजी का उदाहरण सामने आया। शुक्रवार को लालसोट क्षेत्र के पातलवास गांव के पास एक टूरिस्ट बस में तकनीकी खराबी आ गई। इस बस में जर्मनी से आए पर्यटक सवार थे। भीषण गर्मी और लू के कारण विदेशी पर्यटक बेहाल हो रहे थे। यह देख स्थानीय निवासी रामस्वरूप मीणा और उनके बेटे दिलराज मीणा ने उन्हें अपने घर आने का निमंत्रण दिया। सैलानियों ने यह आमंत्रण स्वीकार कर लिया। मीणा परिवार ने विदेशी मेहमानों की पूरी आवभगत की। सैलानियों ने करीब डेढ़ घंटे तक उनके घर में विश्राम किया। इस दौरान उन्होंने राजस्थानी संस्कृति को करीब से देखा। मेहमानों ने परिवार के साथ तस्वीरें भी खिंचवाईं। दिलचस्प बात यह रही कि बस में सवार एक बुजुर्ग जर्मन महिला की मां मूल रूप से राजस्थान की थीं। वे पढ़ाई के लिए जर्मनी गई थीं और वहीं बस गई थीं। विदेशी मेहमानों ने घर की सादगी और मीणा संस्कृति की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति वाकई दिल जीतने वाली है।