एसआई भर्ती परीक्षा-2021 मामले में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने कनिष्ठ अभियंता को सोमवार दोपहर अरेस्ट किया है। पेपर लीक होने पर एग्जाम से पहले पढ़कर कनिष्ठ अभियंता ने एसआई भर्ती में मेरिट हासिल की थी। उसके पिता ने पेपर आउट कर उसे एसआई बनाया, लेकिन बचाने के लिए आरपीए में एसआई पद ज्वाइन नहीं करने दिया। एसओजी टीम ने मंगलवार दोपहर आरोपी को कोर्ट में पेश कर तीन दिन का रिमांड लिया है। एडीजी वी.के सिंह ने बताया- एसओजी की ओर से सिद्धार्थ यादव (30) पुत्र राजेन्द्र कुमार यादव निवासी कुमावत कॉलोनी खातीपुरा रोड झोटवाड़ा को अरेस्ट किया गया है। एसआई भर्ती परीक्षा-2021 में सिद्धार्थ यादव ने 59वीं रैंक हासिल की थी। वह हाल कनिष्ठ अभियंता (विद्युत) सार्वजनिक निर्माण विभाग बांरा में पदस्थापित है। एसओजी टीम ने सोमवार को कोटा में दबिश देकर आरोपी सिद्धार्थ यादव को अरेस्ट किया। एसओजी टीम ने मंगलवार दोपहर आरोपी को कोर्ट में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया है। आरोपी सिद्धार्थ के पिता राजेन्द्र कुमार यादव मेजर दिग्विजय सिंह राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल खातीपुरा में साल-2001 से टीचर के पद पर कार्यरत थे। अगस्त-2011 से राजेन्द्र कुमार यादव परीक्षा सह प्रभारी और उसके बाद साल-2022 से परीक्षा प्रभारी का काम देखते थे। राजेन्द्र कुमार यादव का परिचित राजेश खण्डेलवाल रविन्द्र बाल भारती सीनियर सैकण्डरी स्कूल हसनपुरा में अकाउंटेंट है। यूनिक भाम्बू उर्फ पंकज चौधरी, शिवरतन मोट, राजेश खण्डेलवाल ने मिलकर एसआई भर्ती परीक्षा-2021 का पेपर लीक किया। राजेन्द्र कुमार यादव ने अपने गैंग के मेंबर यूनिक भाम्बू उर्फ पंकज चौधरी, जगदीश विश्नोई और शिवरतन मोट से मिलीभगत कर अपने बेटे सिद्धार्थ यादव को एसआई भर्ती परीक्षा-2021 का पेपर सॉल्वड करवाकर एग्जाम से पहले पढ़ाया। एसओजी की ओर से मामले में चयनित सिद्धार्थ यादव के पिता राजेन्द्र कुमार यादव, जगदीश विश्नोई, शिवरतन मोट और राजेश खण्डेलवाल को पूर्व में अरेस्ट किया जा चुका है। ये सभी अभी जेल में है। राजेन्द्र कुमार यादव ने अपने बेटे सिद्धार्थ यादव को गलत तरीके से चयनित करवाया। वह भली भांति जानता था कि बेटा सिद्धार्थ गलत तरीके से चयनित हुआ है। इसके चलते उसने अपने बेटे सिद्धार्थ यादव को एसआई के पद पर आरपीए में ज्वाइन नहीं करने दिया। सिद्धार्थ यादव अपने पूर्व की राजकीय सेवा कनिष्ठ अभियंता पद पर काम करता रहा। एसओजी की ओर से जांच कर राजेन्द्र कुमार को पकड़ने पर बेटा सिद्धार्थ फरार हो गया।