मध्य प्रदेश इन दिनों बर्फीली हवाओं की वजह से ठिठुर रहा है। दिन और रात का टेम्परेचर 6 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। मौसम विभाग की मानें तो अगले 4-5 दिन ऐसा ही मौसम बना रहेगा। बुधवार को भोपाल, इंदौर, जबलपुर-उज्जैन समेत प्रदेश के 16 जिलों में कोल्ड वेव यानी सर्द हवाएं चलने का अलर्ट है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन और शाजापुर में कोल्ड डे रह सकता है। इससे पहले मंगलवार को प्रदेश के 15 जिलों में सर्द हवाएं चलीं। सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया, ‘इस समय पश्चिम-उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव है। 12.6 किमी की ऊंचाई पर 240 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से जेट स्ट्रीम हवाएं भी चल रही हैं। इन दोनों सिस्टम की वजह से मध्य प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है।’ पचमढ़ी में एक रात में 1.7 डिग्री गिरा पारा
मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात पचमढ़ी में 1.8 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। एक रात पहले यह 3.5 डिग्री सेल्सियस था यानी एक ही रात में 1.7 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर में भी तापमान नीचे आया है। यह भोपाल में 6.9 डिग्री, इंदौर में 8.6 डिग्री, ग्वालियर में 6 डिग्री, उज्जैन में 7.5 डिग्री और जबलपुर में 6.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पचमढ़ी के अलावा रायसेन, गुना, उमरिया, मंडला और नौगांव में टेम्परेचर 6 डिग्री सेल्सियस के नीचे रहा। रायसेन में 4.8 डिग्री, गुना-उमरिया में 5 डिग्री, मंडला में 5.2 डिग्री और नौगांव में 5.3 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। भोपाल, इंदौर-उज्जैन में आज कोल्ड डे
मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन और शाजापुर में कोल्ड डे रहेगा। वहीं, जबलपुर, धार, आगर-मालवा, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, सागर, नर्मदापुरम, रायसेन, दमोह, नरसिंहपुर और सिवनी में सर्द हवाएं चलेंगी। दिसंबर के पहले पखवाड़े में ही कड़ाके की ठंड
इस साल दिसंबर की सर्दी ने ट्रेंड बदल दिया है। पिछले 10 साल का रिकॉर्ड और ट्रेंड देखें तो दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में कड़ाके की ठंड पड़ती रही है लेकिन इस बार पहले ही पखवाड़े में तेज सर्दी का असर है। भोपाल और इंदौर की रात तो पिछले 2 साल में सबसे ठंडी रही हैं यानी दिसंबर की ठंड का रिकॉर्ड टूट गया है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और लद्दाख में बर्फ गिरने से सर्दी बढ़ी है। यहां जेट स्ट्रीम हवाएं भी तेजी से बह रही हैं। जिसका असर मध्य प्रदेश में देखने को मिल रहा है। उज्जैन-शाजापुर में भी चली कोल्ड वेव
मंगलवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन और शाजापुर में सर्द हवाएं चलीं। वहीं, यहां कोल्ड डे भी रहा। दमोह, जबलपुर, सिवनी, नरसिंहपुर, सागर, नर्मदापुरम, रायसेन, विदिशा, राजगढ़, आगर-मालवा, धार में भी कोल्ड वेव चली। बदले मौसम की वजह से सभी शहरों में दिन का टेम्प्रेचर लुढ़क गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 23.4 डिग्री, इंदौर में 22.1 डिग्री, ग्वालियर में 23.2 डिग्री, उज्जैन में 23.5 डिग्री और जबलपुर में 22.0 डिग्री रहा।
प्रदेश में सबसे ठंडा पचमढ़ी रहा। यहां पारा 20.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसी तरह बैतूल में 22.7 डिग्री, धार में 23.1 डिग्री, रायसेन में 22.4 डिग्री, रतलाम में 23.2 डिग्री, शिवपुरी में 25 डिग्री, दमोह में 24 डिग्री, खजुराहो में 23.8 डिग्री, नौगांव में 24 डिग्री, रीवा में 22.5 डिग्री, सागर में 23.4 डिग्री, सतना में 23 डिग्री, सीधी में 21.8 डिग्री, टीकमगढ़ में 23 डिग्री, उमरिया में 23.6 डिग्री और मलाजखंड में पारा 21.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। नवंबर में भी सर्दी तोड़ चुकी रिकॉर्ड
बता दें कि नवंबर में सर्दी रिकॉर्ड तोड़ चुकी है। भोपाल में तो 36 साल का रिकॉर्ड टूटा है। इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर में भी पारा सामान्य से 7 डिग्री तक नीचे रहा, लेकिन कड़ाके की ठंड दिसंबर में पड़ेगी। सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया, इस बार ग्वालियर, उज्जैन और चंबल संभाग सबसे ज्यादा ठिठुरेंगे। यहां कोल्ड वेव यानी सर्द हवाएं भी चलेंगी। MP के 5 बड़े शहरों में दिसंबर में ऐसा ट्रेंड… भोपाल में 3.1 डिग्री रिकॉर्ड हो चुका टेम्प्रेचर
भोपाल में दिसंबर में दिन-रात ठंड और बारिश का ट्रेंड रहा है। 10 में से पिछले 5 साल से भोपाल दिसंबर में भीग रहा है। आधा से पौन इंच तक बारिश हो गई। इस बार भी बारिश होने के आसार हैं। दिसंबर में ठंड की बात करें तो 11 दिसंबर 1966 की रात में पारा 3.1 डिग्री पहुंच गया था। यह अब तक का ओवरऑल रिकॉर्ड है। 3 साल पहले 2021 में पारा 3.4 डिग्री पहुंच चुका है। इंदौर में 5 से 8 डिग्री के बीच रहा पारा
इंदौर में दिसंबर में रात का तापमान 5 से 8 डिग्री के बीच रहता है। पिछले साल तापमान 10.1 डिग्री तक पहुंच गया था। 10 साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो दिन में पारा 28 से 31 डिग्री के बीच ही रहता है। इस महीने इंदौर में बारिश भी होती है। पिछले 4 साल से बारिश हो रही है। 31 दिसंबर 2015 को दिन का सर्वाधिक तापमान 33 डिग्री दर्ज किया गया था। 27 दिसंबर 1936 की रात में टेम्प्रेचर 1.1 डिग्री रहा था। सर्वाधिक कुल मासिक बारिश वर्ष 1967 को 108.5 मिमी यानी 4.2 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक 53 मिमी यानी 2.1 इंच बारिश 17 दिसंबर 2009 को हुई थी। ग्वालियर में सबसे ज्यादा सर्दी
ग्वालियर में दिन में गर्मी तो रात में ठंड रहती है। पिछले 10 साल में यहां अधिकतम तापमान 26.2 से 31.6 डिग्री तक रह चुका है। वहीं, रात में पारा 1.8 से 6.9 डिग्री दर्ज किया गया। 6 दिसंबर 2006 को दिन का तापमान 32.1 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है। 26 दिसंबर 1961 को न्यूनतम तापमान 0.4 डिग्री पहुंचा था। वर्ष 1997 में कुल मासिक बारिश 106.6 मिमी यानी 4.1 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश 13 दिसंबर 2013 को 32.1 मिमी यानी 1.2 इंच हुई थी। जबलपुर में बारिश का भी दौर
जबलपुर में दिसंबर में बारिश होने का भी ट्रेंड है। 28 दिसंबर 1960 को दिन का तापमान 33.2 डिग्री पहुंच चुका है। 28 दिसंबर 1902 की रात में रात का तापामन 0.6 डिग्री रहा था। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। वर्ष 1885 को सर्वाधिक मासिक बारिश 125 मिमी यानी 4.9 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड 68.1 मिमी यानी 2.6 इंच 16 दिसंबर 1885 को हुई थी। उज्जैन में भी हो रही बारिश
उज्जैन में दिन का औसत तापमान 28.2 डिग्री और रात में 9.4 डिग्री है। इस महीने औसत 4.6 मिमी बारिश होती है। पिछले पांच साल से उज्जैन में दिसंबर में बारिश हो रही है। 18 दिसंबर 2002 को दिन में टेम्प्रेचर 34.9 डिग्री पहुंच चुका है। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। 28 दिसंबर 1968 और 29 दिसंबर 1983 को रात में पारा 0.5 डिग्री पहुंच चुका है। वर्ष 1997 को कुल मासिक बारिश 119.4 मिमी यानी 4.7 इंच बारिश हो चुकी है। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश की बात करें तो 11 दिसंबर 1967 को 35.3 मिमी यानी 1.3 इंच बारिश हुई थी।