मध्यप्रदेश को 2100 करोड़ रुपए की पीएम मित्रा पार्क परियोजना की स्वीकृति मिल गई है। केन्द्रीय कपड़ा मंत्रालय द्वारा मंजूर यह योजना भारत में अपनी तरह का पहला एकीकृत टेक्सटाइल पार्क होगा जिसे मध्यप्रदेश में विकसित किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि यह परियोजना न केवल राज्य की औद्योगिक क्षमता को नई पहचान देगी, बल्कि भारत के टेक्सटाइल सेक्टर को वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धी बनाएगी। उधर जर्मनी के इनएविया एविएशन के मैनेजिंग पार्टनर माइकल हॉवेल ने मुख्यमंत्री से एमपी में एविएशन सेक्टर में 2000 करोड़ के निवेश की इच्छा जताई है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि 2100 एकड़ में फैला मॉडर्न पीएम मित्रा पार्क राज्य में रोजगार और निवेश के लिए एक नया क्षितिज खोलेगा। यहां 20 एमएलडी शून्य अपशिष्ट जल निकासी (ZLD) संयंत्र, सौर ऊर्जा आधारित पावर प्लांट, “प्लग एंड प्ले” इकाइयां (बिल्ट टू सूट – BTS) और श्रमिकों के लिए आवासीय सुविधाएं विकसित की जाएंगी। सभी निर्माण कार्य 14 माह के भीतर पूर्ण किए जाने का लक्ष्य रखा गया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि पीएम मित्रा पार्क के लिए शीघ्र ही भूमि आवंटन के लिए आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे। अब तक 10 हजार करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं जो उद्योग जगत के उत्साह को दर्शाता है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पीएम मित्रा पार्क भारत के टेक्सटाइल क्षेत्र को मध्यप्रदेश से नई ऊर्जा और दिशा देगा। इससे लाखों लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे और प्रदेश की अर्थव्यवस्था को व्यापक बल मिलेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इस दूरदर्शी योजना के लिए आभार व्यक्त किया और कहा कि यह योजना “आत्मनिर्भर भारत” के संकल्प को साकार करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम साबित होगा। धार के भैंसोला गांव में स्थापित होना है पार्क मध्यप्रदेश के धार जिले की बदनावर तहसील के भैंसोला गांव में पीएम मित्रा पार्क स्थापित करने के प्रस्ताव को मार्च, 2023 में भारत सरकार से औपचारिक मंजूरी मिली। यह इंदौर से 110 किलोमीटर और पीथमपुर औद्योगिक क्लस्टर 85 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह रतलाम से दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे से 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इसी तरह, निकटतम बंदरगाह हजीरा से इसकी दूरी 452 किलोमीटर है। एविएशन सेक्टर में 2000 करोड़ के निवेश की तैयारी उधर एक अन्य बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से जर्मनी के इनएविया एविएशन के मैनेजिंग पार्टनर माइकल हॉवेल ने मंत्रालय में सौजन्य भेंट की। उन्होंने प्रदेश में विमानन क्षेत्र में मॉडर्न एमआरओ (मेंटेनेंस रिपेयर एंड ऑपरेशंस) सुविधा की शुरुआत करने संबंधी प्रस्ताव पर चर्चा की। इनएविया एविएशन समूह, सेवा मुक्त विमानों को रिसाइकल करके उन्हें इच्छुक एयरलाइंस को प्रदान करने के क्षेत्र में गतिविधियां संचालित करने के लिए प्रदेश में आरंभिक रूप से 500 करोड़ रुपए के निवेश का इच्छुक है। चरणबद्ध रूप से 2000 करोड़ रुपए तक का निवेश किया जाएगा। एमआरओ के अंतर्गत कंपोनेंट निर्माण, सीएनडी चैक और इंजन मरम्मत भी शामिल होंगे।