छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर लोगों में खुशी की लहर है। पाकिस्तान पर भारतीय सेना की कार्रवाई की खबर मिलते ही नागरिकों ने प्रधानमंत्री और सेना के जवानों को धन्यवाद दिया। 1999 में कारगिल युद्ध शामिल हुए जिले के अश्वनी प्रॉडकर ने कहा कि अगर भारत पाक युद्ध होता है तो पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए धमतरी जिले के सभी पूर्व सैनिक भारतीय सैनिकों की मदद के लिए सीमाओं पर जाने के लिए तैयार है। स्थानीय नागरिकों ने भारतीय सेना और सरकार की जय जयकार की। लोगों में विशेष उत्साह देखा जा रहा है। आम नागरिकों और नेताओं ने कहा कि 22 अप्रैल की घटना का जवाब देना जरुरी था। पूर्व सैनिकों ने तिरंगा लहराते हुए देश के प्रति अपना समर्थन जताया। उन्होंने ऑपरेशन की सफलता का स्वागत किया। स्थानीय लोगों ने भारतीय सेना की कार्रवाई को सराहा। आतंकियों ने 26 सैलानियों को मारा था दरअसल, जम्मू कश्मीर के पहलगाम में बीते 22 अप्रैल को पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन टीआरएफ ने 26 सैलानियों को गन पॉइंट पर लेकर मार डाला था। हत्या करने से पहले एक-एक सैलानी का धर्म पूछा गया। उसके बाद निर्दोषों को गोली मार दी गई थी। पाकिस्तान में दहशत, हिंदुस्तान में खुशियां इस घटना के 15 दिन बाद 6-7 मई की दरम्यानी रात भारत ने सेना ने पाकिस्तान के अंदर घुसकर आतंकवादियों के ठिकानों को मिसाइल से उड़ा दिया। इस घटना के बाद जहां पाकिस्तान के अंदर दहशत पसरी हुई है। वही हिंदुस्तान के अंदर खुशियां और उत्साह का माहौल है। जानवरों जैसी हरकत का बदला लेना जरूरी था वह परिवार जिन्होंने अपने को उसे आतंकवादी हमले में खोया था। उनके लिए यह हमला एक मरहम के समान है। पूरा देश भारत की सेवा के इस पराक्रम पर उत्साहित है। धमतरी के स्थानीय लोगों का कहना है कि आतंकियों के जानवरों जैसी हरकत का बदला लेना जरूरी था। साथ ही स्थानीय रहवासियों ने हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की। अखिल भारतीय सैनिक परिषद ने गांधी मैदान में पहुंचकर हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए। वहीं पाकिस्तान मुर्दाबाद के भी नारे लगाए।


