AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कुवैत में पाकिस्तानी के आर्मी चीफ को स्टूपिड जोकर बताया है। उन्होंने मंगलवार को कहा कि नकल करने के लिए दिमाग की जरूरत होती है। लेकिन पाकिस्तान के पास वो भी नहीं है। ओवैसी ने कुवैत में भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत के दौरान कहा, ‘कल पाकिस्तानी आर्मी चीफ ने पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ को एक फोटो दी। पाकिस्तान के राष्ट्रपति वहां पर मौजूद थे और नेशनल असेंबली के स्पीकर भी वहां पर थे। ये स्टूपिड जोकर भारत के साथ में प्रतिस्पर्धा करना चाहते हैं। उन्होंने 2019 की चीनी सेना की ड्रिल की एक फोटो दी थी, जिसमें दावा किया गया था कि यह भारत पर जीत है।’ ओवैसी ने कहा;- पाकिस्तान भारत के खिलाफ धर्म का मुद्दा नहीं उठा सकता, क्योंकि भारत में पाकिस्तान से ज्यादा मुस्लिम आबादी है और भारतीय मुसलमान पाकिस्तान से कहीं ज्यादा ईमानदार और देशभक्त हैं। ओवैसी बोले- पाकिस्तान को सीरियसली न लें
ओवैसी ने कहा, ‘अक्सर स्कूल में क्या होता था कि अच्छे पढ़ने वाले बच्चे के पास में जाकर बैठता था। तो नकल करने के लिए भी अक्ल चाहिए। इन नालायकों को अकल भी नहीं है। आप खुद सोच सकते हैं कि आपके खुद के देश के प्रधानमंत्री, प्रेसिडेंट, स्पीकर ऑफ नेशनल असेंबली वहां पर मौजूद हैं। आपके सो कॉल्ड फील्ड मार्शल भी वहां पर थे। वह चीनी ड्रिल की एक फोटो दे रहे हैं। पाकिस्तान जो कुछ भी कह रहा है, उसे चुटकी भर नमक के साथ भी न लें।’ PAK को FATF की ग्रे लिस्ट में डालना चाहिए
AIMIM सांसद ने कहा है कि पाकिस्तान को एक बार फिर फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ग्रे लिस्ट में लाया जाना चाहिए। उन्होंने आशंका जताई कि पाकिस्तान को जो 2 अरब डॉलर का IMF लोन मिला है, वह उसका इस्तेमाल सेना और आतंकी संगठनों को समर्थन देने में कर सकता है। FATF की ग्रे लिस्ट में आने से किसी देश की वित्तीय गतिविधियों पर सख्त निगरानी होती है। पाकिस्तान की हरकतें देखकर उसे दोबारा इस लिस्ट में शामिल करना जरूरी है। ओवैसी ऑल पार्टी डेलीगेशन का हिस्सा हैं ओवैसी उस सर्वदलीय डेलीगेशन का हिस्सा है, जो पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान का असली चेहरा बेनकाब करने के लिए विदेश के दौरे पर है। इससे पहले वह बहरीन भी पहुंचे थे। यहां पर भी उन्होंने पाकिस्तान पर निशाना साधा था। ओवैसी ने कहा था;- हमारी सरकार ने हमें यहां इसलिए भेजा है, ताकि दुनिया को पता चले कि भारत पिछले कई सालों से किस खतरे का सामना कर रहा है। हमने कई निर्दोष लोगों की जान गंवाई है। यह सब समस्या पाकिस्तान से ही पैदा होती है। भारत के 59 सांसदों 33 देशों में जाएंगे भारत ने 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद किए ऑपरेशन सिंदूर का मकसद बताने और पाकिस्तान का असल चेहरा दुनिया के सामने लाने के लिए, देश के 59 सांसदों को 33 देशों में भेजा है। जिसमें 59 सांसद 7 सर्वदलीय टीमों (डेलिगेशन) में बंटे हैं। नीचे जानिए कौन से सांसद किस देश में जाएंगे… क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था। आतंकियों ने 26 टूरिस्ट्स की हत्या की थी। 7 मई को भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और पाक में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी। सेना ने 100 आतंकियों को मार गिराया था। दोनों देशों के बीच 10 मई की शाम 5 बजे से सीजफायर पर सहमति बनी थी। —————————————– ये खबर भी पढ़ें… PM बोले- ऑपरेशन सिंदूर कैमरे के सामने किया, ताकि कोई सबूत न मांगे; पाकिस्तान ने आतंकियों के जनाजे में अपने झंडे लहराए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में लगातार दूसरे दिन मंगलवार को ऑपरेशन सिंदूर पर बात की। उन्होंने कहा, ‘हमने आतंकवाद के 9 ठिकाने तय करके 22 मिनट में उन्हें ध्वस्त कर दिया। और ये सब कुछ कैमरे के सामने किया, ताकि कोई सबूत न मांगे।’ पूरी खबर पढ़ें…