छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में जनपद पंचायत के करारोपण अधिकारी सूर्यप्रकाश द्विवेदी ने गुंडरदेही के 11 लोगों को नौकरी का झांसा देकर 14 लाख रुपये ठग लिए। अधिकारी ने लोगों को बताया कि प्रदेश में 70 नए जनपद पंचायत खुलने वाले हैं। इन जनपदों में कंप्यूटर ऑपरेटर समेत विभिन्न पदों पर भर्ती के नाम पर ठगी कर ली। उन्होंने प्रति व्यक्ति से औसतन 3 लाख रुपये की मांग की। कुछ लोगों ने पूरी राशि दे दी, जबकि कुछ ने एडवांस में पैसे दिए। अधिकारी के ट्रांसफर होन के बाद जब लोगों ने नौकरी के सिलसिले में उनसे संपर्क किया तो कांटेक्ट नहीं हो पाया। इसके बाद ठगी का अहसास होने पर पीड़ितों ने अधिकारी के खिलाफ बालोद एसपी ऑफिस में शिकायत की है। नए जनपद पंचायत में नौकरी के नाम पर ठगी यह मामला जनपद पंचायत गुंडरदेही का है। यहां सूर्यप्रकाश द्विवेदी जनपद पंचायत के करारोपण अधिकारी के पद पर पदस्थ हैं। सूर्यप्रकाश ने यहां के लोगों को बताया कि प्रदेश में 70 नए जनपद पंचायत खुलने वाले हैं। इन जनपदों में कंप्यूटर ऑपरेटर, क्लर्क और चपरासी समेत विभिन्न पदों पर भर्तियां होंगी। उन्होंने लोगों से प्रति व्यक्ति से औसतन 3 लाख रुपये की मांग की। कुछ लोगों ने पूरी राशि दे दी, जबकि कुछ ने एडवांस में पैसे दिए। इसी बीच सूर्यप्रकाश का ट्रांसफर गुंडरदेही से डौंडी लोहारा हो गया। जब इस बात की जानकारी लोगों को हुई तो नौकरी के सिलसिले में अधिकारी से बात करने की कोशिश की। अधिकारी के ट्रांसफर होने के बाद खुला राज पीड़ितों ने जब सूर्यप्रकाश को फोन किया तो उनका मोबाइल स्विच ऑफ मिला। इस पर लोगों को ठगी का अहसास हुआ। तब पीड़ितों ने जनवरी 2024 में बालोद के एसपी से शिकायत की। लेकिन सालभर बीतने के बाद भी अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। पीड़ितों ने जब अप्रैल 2025 में अधिकारी के खिलाफ सीएम हाउस में शिकायत की। सीएम हाउस ने जब इस मामले में बालोद एसपी को कार्रवाई के निर्देश तब पुलिस हरकत में आई। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। आरोपी अधिकारी पहले जनपद पंचायत गुंडरदेही में पदस्थ था और वर्तमान में लोहारा में कार्यरत है। जानिए पीड़ितों ने क्या कहा पीड़ित गणेश राम साहू ने बताया कि अब वे ठगे हुए महसूस कर रहे हैं, क्योंकि कोई नया जनपद खुला ही नहीं। पीड़ित परिवारों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। मामले की शिकायत मुख्यमंत्री निवास में भी की गई है, जिसकी प्रतिलिपि पुलिस को भेजी गई है। क्या कहते हैं पीड़ित ग्राम कुथरेल निवासी गणेश राम साहू ने बताया कि उन्होंने 9 अक्टूबर 2021 को जनपद कार्यालय के पास अधिकारी को नकद पैसा दिया था। उस समय गांव का एक बुजुर्ग भी उनके साथ था। अधिकारी ने कहा था कि नया जनपद खुलने वाला है और उसमें कंप्यूटर ऑपरेटर की पोस्ट पर नियुक्ति करवा देगा। गणेश राम ने अपनी दो बेटियों और एक बेटे के नाम से रकम दी थी। सरपंच के भाई भी हुए ठगी का शिकार ग्राम जरवाय निवासी धर्मेंद्र साहू ने भी आरोप लगाया कि करारोपण अधिकारी ने उनसे बारी-बारी से पैसे लिए और जनपद कार्यालय के बाहर बुलाकर नकद राशि लिए। उन्होंने अपने दो बेटों और रिश्तेदारों के लिए नौकरी लगवाने के लिए पैसे दिए थे। धर्मेंद्र ने बताया कि उनका भाई सरपंच है और जब वह ऑडिट के सिलसिले में गुंडरदेही जाता था, जब वहां उनसे मुलाकात होती थी। 50 हजार एडवांस देकर फंसे ग्रामीण ग्राम जरवाय के ही ज्ञानेश्वर साहू ने बताया कि उन्होंने जनपद कार्यालय के सामने ही 2.5 लाख रुपये में नौकरी तय की थी, जिसमें से 50 हजार रुपये एडवांस दिए गए थे। इसके बाद लगातार बहाने बनाकर आरोपी टालता रहा। दर्जनों ग्रामीण ठगी के शिकार इस मामले में जगदीश ढीमर (जरवाय), पुरुषोत्तम गंजीर (बोदल), प्रहलाद वर्मा (उतई), बहादुर वर्मा सहित दर्जनभर ग्रामीणों ने भी ठगी की शिकायत की है। सभी ने आरोपी पर नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है। जांच के बाद होगी कार्रवाई पुलिस अधीक्षक एसआर भगत ने बताया कि नौकरी लगाने के नाम पर शिकायत प्राप्त हुई है जिसमें करीब दर्जनभर लोगों ने जनपद पंचायत में नौकरी लगाने के नाम पर जनपद पंचायत के एक अधिकारी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है, जिसको लेकर अनुविभागीय अधिकारी पुलिस गुंडरदेही को पूरा जिम्मा सौंपा गया है और सभी पहलुओं के जांच के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी। …………………………………………….. क्राइम से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें बिलासपुर में नौकरी के नाम पर 50 लाख की ठगी:खुद को मंत्रालय का कर्मचारी बताकर बेरोजगारों को नौकरी का दिया झांसा,शिकायत के बाद गिरफ्तार बिलासपुर में बेरोजगार युवाओं से 50 लाख रुपये से अधिक की रकम ठगने वाले आरोपी जावेद खान उर्फ राजा को धोखाधड़ी के मामले गिरफ्तार किया है। आरोपी पर करीब 10 बेरोजगार युवाओं को मंत्रालय में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने का आरोप है। पढ़ें पूरी खबर…