शाजापुर जिला अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात एक कर्मचारी द्वारा शाजापुर भाजपा विधायक अरुण भीमावद से फोन पर बात करने से इनकार करने के बाद विधायक खुद अस्पताल पहुंचे। उन्होंने सिविल सर्जन को बुलाकर नाराजगी व्यक्त की और मरीजों को बेहतर उपचार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। यह घटना रविवार दोपहर की है जब ग्राम खेड़ा बमोरी निवासी मोहन सिंह राजपूत अपने परिजन को उपचार के लिए जिला अस्पताल लाए थे। रविवार होने के कारण अस्पताल में कोई डॉक्टर उपलब्ध नहीं था और ड्यूटी पर मौजूद कर्मचारी ने भी उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं दिया। मोहन सिंह ने शाजापुर विधायक अरुण भीमावद को फोन कर स्थिति से अवगत कराया। विधायक ने मोहन सिंह से ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी से बात कराने को कहा, लेकिन कर्मचारी ने विधायक से बात करने से मना कर दिया। इसके बाद, दोपहर करीब 12 बजे विधायक अरुण भीमावद स्वयं अस्पताल पहुंचे। उन्होंने सिविल सर्जन सहित अन्य जिम्मेदार अधिकारियों को बुलवाया और अपनी नाराजगी जाहिर की। विधायक ने सिविल सर्जन को सख्त हिदायत दी कि रविवार को भी मरीजों को उचित उपचार मिलना चाहिए। विधायक ने पूछताछ केंद्र पर भी दो अस्थाई कर्मचारियों को नियुक्त करने के निर्देश दिए, ताकि मरीजों और उनके परिजनों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।


