कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को कहा कि पहलगाम हमले के बाद हुई सर्वदलीय बैठक में केंद्र सरकार ने इंटेलिजेंस की चूक मानी। जब चूक मान ली है, तो 26 लोगों की हत्या की जिम्मेवारी क्यों नहीं ले रही है। धुर्वा के विधानसभा मैदान में हुई संविधान बचाओ रैली में उन्होंने एक रिपोर्ट के आधार पर दावा किया कि पहलगाम हमले के तीन दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हमले की इंटेलिजेंस रिपोर्ट मिली थी। इसके बाद उन्होंने कश्मीर दौरा रद्द कर दिया था। कांग्रेस अध्यक्ष ने सवाल के लहजे में कहा- जब पीएम कश्मीर नहीं गए, तो उन्होंने पर्यटकों की सुरक्षा क्यों नहीं बढ़वाई? पुलिस और फोर्स को सूचना क्यों नहीं दी गई? टूरिस्टों की सुरक्षा के लिए फोर्स को सचेत क्यों नहीं किया गया? आपने काम नहीं किया और सर्वदलीय बैठक में कह रहे हैं कि चूक हो गई। जब चूक हो गई, तो फिर मरनेवालों की जिम्मेवारी भी लो। -शेष पेज 9 पर पार्टी मजबूत नहीं हुई, तो कोई सीएम-मंत्री नहीं होगा उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे पार्टी को मजबूत करें। पार्टी कमजोर हुई, तो न कोई सांसद बनेगा न विधायक। न कोई मंत्री बनेगा न कोई मुख्यमंत्री रहेगा। पार्टी मजबूत नहीं हुई तो केंद्र में हमारी सरकार भी नहीं आएगी। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि संविधान की रक्षा नहीं करेंगे, तो आप फिर से गुलाम हो जाएंगे। आप खत्म हो जाएंगे। आपस में लड़ना छोड़ें। निजी संस्थानों में मिले आरक्षण, 50% का कैप हटे खरगे ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर कहा है कि प्राइवेट संस्थानों में भी आरक्षण मिले। सरकारी नौकरियों में 50 प्रतिशत का कैप हटे। देश बचाने के लिए आर्थिक न्याय जरूरी है। जाति जनगणना में कांग्रेस की हुई जीत, मोदी सरकार हारी: खरगे ने दावा किया कि जाति जनगणना में कांग्रेस की जीत हुई है। देश जीता है। मोदी सरकार हार गई है। सरकार झुकती है, बस झुकाने वाला चाहिए। जातिगत जनगणना मामले पर केंद्र सरकार को राहुल गांधी ने झुका दिया। ईडी-सीबीआई के माध्यम से सरकार ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी को झुकाने की कोशिश की। पर, कांग्रेसी जब गोरे अंग्रेजों से नहीं डरे, तो काले अंग्रेजों से क्या डरेंगे। जातिगत जनगणना पर पहले भाजपा विरोध करती थी, लेकिन अब उसने भी कांग्रेस की मांग मान ली है। राहुल ने कहा था कि जातिगत जनगणना होनी चाहिए।