कांग्रेस के नवनियुक्त जिला और शहर अध्यक्षों की पहली बैठक राजधानी रायपुर स्थित राजीव भवन में संपन्न हुई। बैठक में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान की प्रगति पर चर्चा की गई। इसके अलावा 14 दिसंबर को नई दिल्ली में आयोजित होने वाले ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ महारैली में सहभागिता, ब्लॉक और जिला स्तर पर मासिक बैठकों का आयोजन और संगठन की मजबूती के लिए आगामी रणनीतियों पर भी विचार-विमर्श हुआ। धान खरीदी में हो रही परेशानियों, जमीन की गाइडलाइन दरों में वृद्धि और बिजली के दामों में 400 यूनिट कटौती जैसे मुद्दों पर भी चर्चा हुई। बैठक में अध्यक्षों को इस बात पर जोर दिया गया कि वे सिर्फ बैठकों तक सीमित न रहें, सड़कों पर भी उतरें। एआईसीसी और पीसीसी के निर्देशों का पालन करना जरुरी – बैज बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अलावा एआईसीसी के सचिव एवं छत्तीसगढ़ सह-प्रभारी जरिता लेतफ्लांग और विजय जांगिड़ उपस्थित रहे। साथ ही पूर्व उपमुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव, पूर्व मंत्री रविंद्र चौबे और डॉ. शिवकुमार डहरिया भी बैठक में शामिल हुए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने बैठक में कहा कि देश में पहली बार संगठन सृजन का काम हुआ है और आलाकमान ने सभी पर भरोसा जताया है। उन्होंने कहा कि सभी को सक्रिय रहना होगा, एआईसीसी और पीसीसी के निर्देशों का पालन करना आवश्यक है और भ्रष्ट सरकार के खिलाफ जनता के मुद्दों को लेकर संघर्ष तेज करना होगा। दीपक बैज ने सभी को सोशल मीडिया टीम बनाने, प्रकोष्ठों की नियुक्ति करने और 14 दिसंबर की दिल्ली रैली में अधिक साथियों के साथ भाग लेने का निर्देश दिया। जिला स्तर पर सेवादल मजबूत करने पर दिया जोर नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने धान खरीदी में किसानों से वसूली, महिला कांग्रेस, एनएसयूआई और युवा कांग्रेस के साथ मिलकर काम करने, जिला स्तर पर सेवादल मजबूत करने और राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी के विचारों को जनता तक पहुंचाने की जिम्मेदारी पर जोर दिया। भूपेश बघेल बोले- एसआईआर प्रक्रिया में सक्रियता बनाए रखे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एसआईआर प्रक्रिया में सक्रियता बनाए रखने और नाम कटने की समस्या पर ध्यान देने को कहा। भूपेश बघेल ने 14 दिसंबर को दिल्ली में ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ कार्यक्रम में भाग लेने, धान खरीदी में किसानों का समर्थन करने और भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ संघर्ष जारी रखने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि जमीन रजिस्ट्री फीस और गाइडलाइन दरों में वृद्धि, व्यापारियों पर लाठीचार्ज और संपत्ति कर में वृद्धि जैसी समस्याओं के खिलाफ लड़ाई जरूरी है। महिला कांग्रेस, NSUI, युवा कांग्रेस के साथ समन्वय बनाने पर जोर एआईसीसी के सचिव एवं छत्तीसगढ़ सह-प्रभारी जरिता लेतफ्लांग ने सभी को जिला, ब्लॉक और मंडल स्तर पर बैठकों को अनिवार्य रूप से आयोजित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि केवल जिला मुख्यालय में बैठकों तक सीमित नहीं रहना चाहिए और सभी के कामों की निगरानी की जाएगी। एआईसीसी के सह-सचिव विजय जांगिड़ ने मासिक बैठकें नियमित रूप से करने, ब्लॉकों में प्रभारी नियुक्त करने और महिला कांग्रेस, एनएसयूआई और युवा कांग्रेस के साथ समन्वय बनाने पर जोर दिया। बैठक में रायपुर शहर के जिला अध्यक्ष कुमार शंकर मेनन, रायपुर ग्रामीण के राजेंद्र पप्पू बंजारे, बलौदाबाजार की सुमित्रा घृतलहरे, गरियाबंद के सुखचंद बेसरा, महासमुंद के द्वारकाधीश यादव, धमतरी की तारिणी चंद्राकर, बालोद के चंद्रेश हिरवानी, दुर्ग शहर के धीरज बाकलीवाल, दुर्ग ग्रामीण के राकेश ठाकुर, भिलाई शहर के मुकेश चंद्राकर, बेमेतरा के आशीष छाबड़ा, राजनांदगांव शहर के जितेंद्र उदय मुदलियार सहित अन्य जिला अध्यक्ष उपस्थित थे। प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री दीपक मिश्रा, सकलेन कामदार और प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला भी बैठक में शामिल रहे।


