छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में आदिवासी समाज के पूर्व जिला अध्यक्ष और कांग्रेस नेता जीवन ठाकुर की संदिग्ध मौत के बाद बस्तर संभाग में बंद सफल रहा। 9 दिसंबर को सर्व आदिवासी समाज बस्तर संभाग ने पूरे बस्तर संभाग में बंद का आह्वान किया था। समाज के कार्यकर्ताओं ने रैली निकालकर सभी दुकानें बंद कराईं। कांग्रेस पार्टी ने भी अपने नेता की संदिग्ध मौत पर समाज के बंद को पूरा समर्थन दिया। आज पूर्व सीएम भूपेश बघेल मृतक के परिजनों से मिलेंगे। आदिवासी समाज का आरोप है कि जीवन ठाकुर की मौत सामान्य नहीं थी। समाज का कहना है कि जेल में रहते हुए उनके साथ लापरवाही बरती गई और यह एक राजनीतिक साजिश का परिणाम है। समाज ने न्याय की मांग की है। परिवार से मिलेंगे पूर्व CM भूपेश बघेल समाज के सदस्यों के मुताबिक, जीवन ठाकुर ने लगातार समाज और क्षेत्र के हितों के लिए आवाज उठाई थी, जिसके कारण उन्हें राजनीतिक रूप से निशाना बनाया गया। जेल में उनकी हालत को नजरअंदाज किया गया और समय पर इलाज व सुरक्षा नहीं मिली, जिससे उनकी मौत हुई। उनकी संदिग्ध मौत से पूरे क्षेत्र में गहरा असंतोष और आक्रोश है। इसी बीच, राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री आज कांकेर पहुंचेंगे, जहां वे ग्राम मायना में दिवंगत जीवन ठाकुर के शोकाकुल परिवार से मिलकर संवेदनाएं व्यक्त करेंगे। बैज ने दिया न्याय का आश्वासन एक दिन पहले 8 दिसंबर को छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज चारामा पहुंचे, जहां रेस्ट हाउस में आदिवासी समाज के लोगों ने उनका स्वागत किया। इसके बाद वे मायना गांव स्थित दिवंगत जीवन ठाकुर के निवास पहुंचे और परिजनों से मिलकर उनकी पीड़ा सुनी। साथ ही न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। इन सब घटनाओं के बीच आदिवासी समाज ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक मामले की सच्चाई सामने नहीं आती और परिवार को न्याय नहीं मिलता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। समाज के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि शांतिपूर्ण तरीके से अधिक से अधिक संख्या में जुटकर न्याय की मांग को और मजबूत करें।


