प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के छत्तीसगढ़ दौरे से पहले कांग्रेस नेताओं पर सीबीआई रेड से राज्य की सियासत गरमा गई है। कांग्रेस ने जहां शुक्रवार को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर पुतला दहन की घोषणा की है। वहीं, भाजपा ने संवैधानिक संस्थाओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन को कांग्रेस का संविधान विरोधी राजनीतिक चरित्र बताया है। सीबीआई की कार्रवाई के साथ ही दोनों दलों के बीच राजनीतिक बयानबाजी का दौर भी शुरू हो गया है। एक तरफ कांग्रेस इसे भाजपा सरकार का षड़यंत्र बता रही है, वहीं भाजपा इसे सीबीआई का प्रक्रियागत काम बता रही है। सीबीआई की रेड के बाद पूर्व सीएम भूपेश बघेल और प्रदेश के कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री जी का आगामी 30 तारीख को छत्तीसगढ़ में आगमन हो रहा है। इसलिए इन रेड के जरिए प्रधानमंत्री के भाषण का कंटेंट तैयार किया जा रहा है। वहीं, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मीडिया सलाहकार पंकज झा ने सोशल मीडिया में लिखा कि इस जीवन में खूब कमाए तूने हीरे मोती…मगर याद रखना कफन में जेब नहीं होती। पूर्व सीएम भूपेश, विधायक देवेंद्र समेत कई अफसरों के घरों पर छापा भाजपा के सवाल भूपेश बघेल और देवेंद्र यादव के साथ खड़ी है कांग्रेस: बैज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि छत्तीसगढ़ में केंद्रीय एजेंसियों का खुलकर दुरुपयोग हो रहा है। छत्तीसगढ़ में अब सिर्फ डराने, धमकाने और बदले की भावना से कार्रवाई चल रही है। बैज ने कहा कि अगर ईडी और सीबीआई भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई कर रही है तो भारतमाला योजना का ईडी और सीबीआई जांच क्यों नहीं कर रही है। सीजीएमएससी घोटाला, जिसमें पूरी सरकार लिप्त है। इसकी ईडी और सीबीआई जांच क्यों नहीं कर रही है। पुतला दहन राजनीतिक निम्नता की पराकाष्ठा: देव भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने कहा सीबीआई की कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस का प्रस्तावित पुतला दहन, संविधान विरोधी राजनीतिक चरित्र का परिचायक है। देव ने कहा कि संवैधानिक संस्थाओं की जांच- प्रक्रिया के खिलाफ विरोध करके कांग्रेस राजनीतिक निम्नता की पराकाष्ठा कर रही है। बघेल और कांग्रेस के अन्य नेता दबाव बनाकर अपने कृत्यों पर पर्दा डालने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं? सीबीआई की कार्यवाही जांच की प्रक्रिया : साव उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि राज्य में जब कांग्रेस की सरकार थी, भूपेश बघेल मुख्यमंत्री थे। कई बड़े-बड़े घोटाले हुए और उन घोटालों की जांच सीबीआई कर रही है। जांच क्रमश: आगे बढ़ रही है। जांच के क्रम में ही सीबीआई ने छत्तीसगढ़ में अलग- अलग लगभग 50 स्थानों पर छापेमारी की है। इसमें कुछ आईपीएस अफसर हैं, कुछ अन्य अफसर हैं। कुछ राजनेता भी हैं। सीबीआई की कार्यवाही सामान्य जांच की प्रक्रिया के तहत की जा रही है। केंद्र और राज्य सरकार से कांग्रेस के सवाल