इंदौर रीगल तिराहे से मधुमिलन, मधुमिलन से शिवाजी वाटिका और अग्रसेन चौराहे से तीन इमली तक तीन सड़कें आदर्श बनाई जा रही हैं। जुलाई-अगस्त में इनका काम शुरू हुआ। 100 दिन का टाइमर लगाया, लेकिन समय पर काम नहीं हो पाया। दो सड़कों के तो काम की शुरुआत भी नहीं हो पाई। आदर्श मार्ग के ये सपने कब पूरे होंगे? मधुमिलन चौराहे पर अभी हालत खराब वैसे तो रीगल से मधुमिलन तक आएनटी मार्ग को आदर्श बनाने की कवायद दो साल से चल रही है। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने काम की रफ्तार को गति देने के लिए मई में प्रस्ताव बनवाया। अगस्त में काम शुरू हुआ। सौ दिन का टाइमर लगवाया ताकि समय पर काम पूरा हो सके, लेकिन नहीं हुआ है। देरी होने पर अब जनकार्य विभाग से स्पष्टीकरण मांगा गया है। इस मार्ग को आदर्श बनाने के लिए फुटपाथ पर देवी अहिल्या पर आधारित म्यूरल डीएवीवी परिसर के बाहर लगाया जाना है। खुशबूदार और रंग-बिरंगी पत्तियों के पौधे भी फुटपाथ पर लगाए जाने हैं। सौर ऊर्जा से चलने वाले लैंप और एलईडी से भी इस मार्ग को सजाने, फुटपाथ पर गजिबो, ग्रीन कारपेट घास भी लगनी है। नेकी की दीवार, लाइब्रेरी भी बनना है। इनमें से कुछ काम हुए तो कुछ अधूरे हैं। मई में घोषणा हुई, अगस्त में काम शुरू हो पाया था तीनों मार्गों का सौ दिन में काम पूरा करने की घोषणा मई में हुई थी। अगस्त में काम शुरू हुआ, तभी टाइमर भी लगाया गया। अब सौ दिन बीत चुके हैं, लेकिन तीनों ही सड़कों का काम अधूरा है। इन मार्गों पर सुंदरता और स्वच्छता का संदेश देने के लिए एलईडी लगाने, सोलर ट्री, रंग-बिरंगे पेड़ और डिजिटल कियोस्क लगाने की योजना थी। हाल ही में हुई एमआईसी में यह मुद्दा उठा। महापौर ने जनकार्य प्रभारी एमआईसी सदस्य और अपर आयुक्त को नोटिस देने के लिए कहा।
ठेकेदारों का तर्क- दो रोड के लिए जगह नहीं मिल रही गुरुवार को एमआईसी सदस्य राजेंद्र राठौर ने कंसल्टेंट, ठेकेदारों की बैठक ली। आदर्श रोड का काम पूरा नहीं होने को लेकर सवाल-जवाब किए। बताया गया कि रीगल से मधुमिलन चौराहे तक काम पूरा कर दिया है। शिवाजी वाटिका व अग्रसेन चौराहे वाली दो सड़कों का काम शुरू नहीं हो पाया। इसकी वजह बताई गई कि जगह नहीं मिल पा रही है। कई तरह की दिक्कतें हैं। कहीं-कहीं फुटपाथ नहीं है। एमआईसी सदस्य ने शुक्रवार को सभी को फिर से बुलाया। तीनों सड़कों का निरीक्षण किया जाएगा।