भास्कर न्यूज | जालंधर जालंधर के विभिन्न कारोबारी संगठनों के संयुक्त मंच यूनाइटेड फोरम ऑफ इंडस्ट्रीज की मीटिंग में बुधवार को जीएसटी के नए नियमों से पैदा हुई दिक्कतों पर चर्चा की गई। जीएसटी के नए नियम के अनुसार ऑटो पार्ट्स तथा ट्रैक्टर पार्ट्स पर जीएसटी की दर 5% लागू है। लेकिन इन पुर्जों को बनाने के लिए जो कच्चा माल खरीदा जाता है उसके ऊपर 18% जीएसटी है। कन्वीनर नरेंद्र सिंह सग्गू ने कहा कि इस व्यवस्था से उनके लिए समस्याएं खड़ी हो गई हैं। कारोबारी ने उदाहरण दी है कि व्यापारी एक चीज को 18% जीएसटी सहित 118 रुपए में तैयार करते हैं। नए नियम के अनुसार तो वह चीज आगे अगर 105 रुपए में रिटेल बाजार में बिक रही है। सरकार ने जीएसटी रिफंड की व्यवस्था के तहत अतिरिक्त 13 रुपए की वापसी का नियम बनाया है। मगर सरकार के खजाने से सारे प्रोसीजर पूरे करने के बाद रकम व्यापारी को वापस मिलने तक बड़ा आर्थिक संकट खड़ा हो रहा है। व्यापारियों को बैंक से लोन लेना पड़ रहा है ताकि वह अतिरिक्त 13% टैक्स की रकम जमा कराने का प्रबंध कर सकें। केंद्र सरकार से मांग की गई है कि जीएसटी की स्लैब फैक्ट्री तथा रिटेल बाजार के उत्पादों की बिक्री पर एक समान की जाए। मीटिंग के दौरान जीएसटी के संबंध में अन्य कई नियमों पर भी चर्चा हुई। इस मीटिंग के दौरान जीएसटी विभाग से वरिष्ठ अधिकारी कुलविंदर सिंह, शिवकुमार शामिल हुए। इस दौरान उद्योग नगर मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष तेजिंदर सिंह भसीन ने पंजाब स्टेट डेवलपमेंट टैक्स से जुड़े मुद्दे रखे। इस संगठन के उपाध्यक्ष नितिन कपूर ने भी नियमों से पैदा हुए सवालों पर रोशनी डाली है। मीटिंग में अशोक शर्मा, राजीव मित्तल, पुनीत गुप्ता, अश्विनी शर्मा, धर्मेंद्र मेहता, अमनदीप सिंह, विकास कतियाल, अमरजीत सिंह चड्ढा, कपिल अरोड़ा, अरविंद गुप्ता, अमित मल्होत्रा, कमलजीत सिंह, पुष्पिंदर सिंह, राकेश अग्रवाल, वरुण गुप्ता, अमित कुमार, दीपक शर्मा, दलीप मेहता, गौरव सनन, हितेश जांगरा, जतिंदर कुमार, जतिंदर सिंह, कुलजीत सिंह मौजूद रहे।


