केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ को एक बार फिर जान से मारने की धमकी गई है। अपराधियों ने दो अलग-अलग नंबरों से पांच बार फोन कर उन्हें मारने की धमकी दी। मंत्री की शिकायत के बाद दिल्ली और रांची पुलिस अपराधियों की पहचान में जुट गई है। संजय सेठ ने बताया कि करगिल दिवस पर भाग लेने वे शुक्रवार को द्रास गए थे। वहीं उनके नंबर पर फोन आया। पीए जीतेंद्र महतो के फोन उठाते ही उधर से जान से मारने की धमकी दी गई। इसके बाद दो अलग-अलग नंबरों से चार बार फिर फोन कर धमकाया। फोन करने वाला बार-बार कह रहा था कि उन्होंने कई लोगों की हत्या की है। अब मंत्री की बारी है। संजय सेठ ने बताया कि उन्होंने तत्काल रांची और दिल्ली पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस ने उन्हें उन फोन नंबरों को सार्वजनिक न करने को कहा है। जांच में पुलिस को अब तक क्या मिला है, इसकी जानकारी उन्हें नहीं मिली है। पुलिस जांच कर रही है कि किसने और कहां से फोन कर उन्हें धमकी दी है। संजय सेठ ने कहा कि पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। वे अपना काम कर रहे हैं। दिल्ली में एफआईआर दर्ज कराई केंद्रीय मंत्री के अतिरिक्त निजी सचिव जितेंद्र नाथ महतो ने शनिवार को दिल्ली में एफआईआर दर्ज कराई है। उन्होंने कहा कि है कि केंद्रीय मंत्री के मोबाइल पर अज्ञात नंबर से कॉल आया, जिसमें उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई। बाद में अपराधियों ने मैसेज भेजा, जिसमें लिखा था कि आप पर गोली चलेगी। शनिवार शाम दिल्ली पुलिस के वरीय अधिकारियों ने केंद्रीय मंत्री से मुलाकात की और सारी स्थितियों की जानकारी ली। पुलिस अधिकारियों ने मंत्री के निजी सचिव से भी बात की। मंत्री ने बताया कि उन्होंने शुक्रवार को ही झारखंड के डीजीपी को बता दिया था। अपराधियों की मांग क्या है, वे क्यों धमकी दे रहे हैं, इस सवाल पर मंत्री ने कहा कि यह तो वे जानें। पिछले साल दिसंबर में भी मांगी गई थी 50 लाख रुपए की रंगदारी संजय सेठ को पिछले साल दिसंबर में भी फोन पर धमकी मिली थी। फोन करने वालों ने उनसे 50 लाख रुपए की रंगदारी मांगी थी। पैसे न देने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी। इस मामले में दिल्ली और रांची पुलिस ने टेक्निकल सेल की मदद से कांके के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। जांच में पता चला था कि आरोपी ने यह साजिश अपनी बेटी के प्रेमी को फंसाने के लिए रची थी। इसीलिए मंत्री को फोन पर धमकी दी थी। सात महीने में दूसरी बार धमकी मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं।