कोटपूतली क्षेत्र के रघुनाथपुरा गांव में 18 नवंबर की रात हुई बड़ी चोरी का खुलासा अब तक न होने से ग्रामीणों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। इसी को लेकर गांव के लोगों ने जिला पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार बिष्नोई को ज्ञापन सौंपकर मामला जल्द सुलझाने और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। ग्रामीणों ने एसपी से सीधे हस्तक्षेप कर जांच को तेज करने की अपील की है। ज्ञापन में बताया गया कि 18 नवंबर की रात करीब 12:10 बजे नीरज कुमार पुत्र घनश्याम शर्मा के घर पांच हथियारबंद चोर एक काली गाड़ी में आए। सभी चोर हथियारों से लैस थे और घर में घुसकर सीधे कमरों की अलमारियों को निशाना बनाया। कुछ ही देर में वे तीन अलग-अलग अलमारियों के ताले तोड़कर नकदी व बहुमूल्य आभूषण समेट कर फरार हो गए। अगली सुबह करीब 6 बजे नीरज कुमार के छोटे भाई की पत्नी जब उठी तो उसने कमरे का ताला टूटा देखा। शोर मचाने पर परिवार के अन्य लोग भी जाग गए। अंदर जाकर देखा तो सभी अलमारियों के ताले टूटे हुए थे और उनमें रखा सारा कीमती सामान गायब था। चोरी की पुष्टि होते ही पूरे मोहल्ले में सनसनी फैल गई। पहली अलमारी से लाखों के गहने और नकदी चोरी चोरों ने पहली अलमारी से 80 हजार रुपये नकद, एक सोने की चेन, सोने के कान के कुंडल, दो सोने की अंगूठी, चार जोड़ी चांदी की पायजेब, सोने की पांच लौंग, 10 चांदी के सिक्के, एक चांदी का नारियल, पांच जोड़ी चांदी की चुटकी, एक चांदी की पातड़ी और चांदी का एक जोड़ा कड़ा चुरा लिया। दूसरी अलमारी से चोर तीन लाख रुपये नकद, आधा किलो चांदी की तागड़ी, तीन सोने की अंगूठी, दो जोड़ी सोने की झूमकी, दो जोड़ी कान के कुंडल, तीन सोने के मंगलसूत्र, 10 जोड़ी चांदी की पायजेब, 20 जोड़ी चांदी की चुटकी, 20 चांदी के सिक्के, 10 चांदी की कटोरी, एक चांदी का नारियल, एक सोने की नथ, एक चांदी की पातड़ी, एक जोड़ा चांदी का कड़ा (झावरा), एक चांदी की चेन, एक सोने की चेन, चार चांदी की अंगूठियां और चांदी की लक्ष्मी-गणेश जी की मूर्ति ले उड़े। तीसरी अलमारी और गुल्लक भी नहीं छोड़ी तीसरी छोटी अलमारी से एक सोने के कान का कुंडल, एक सोने की अंगूठी, एक सोने की नथ, एक सोने का मंगलसूत्र, चार जोड़ी चांदी की पायजेब, सात जोड़ी चांदी की चुटकी चोरी की गई। इसके साथ ही बच्चों की गुल्लक तोड़कर करीब 10 हजार रुपये नकद भी चुरा लिए गए। पड़ोसी के घर में भी वारदात इसी रात रघुनाथपुरा में बगल के मकान, निवासी नरेंद्र पुत्र जगदीश मीणा के घर भी चोरी की वारदात हुई। जिससे यह साफ हुआ कि चोरों ने पूरे इलाके को निशाना बनाकर सुनियोजित तरीके से वारदात को अंजाम दिया। चोरी के कई दिन बीत जाने के बावजूद आरोपियों का कोई सुराग नहीं लगने से ग्रामीणों में रोष है। लोगों का कहना है कि इतनी बड़ी चोरी के बाद भी यदि जांच में तेजी नहीं आती तो ग्रामीणों की सुरक्षा पर सवाल खड़े होते हैं। यही वजह है कि उन्होंने एसपी को ज्ञापन सौंपकर जल्द गिरफ्तारी, चोरी गया माल बरामद करने और क्षेत्र में गश्त बढ़ाने की मांग उठाई है।


