कोटा सिटी की हर कॉलोनी में अब 24 घंटे पेयजल आपूर्ति का सपना साकार होगा। 395 करोड़ रुपए की अमृत 2.0 योजना के तहत तैयार डीपीआर को मंजूरी मिलने के बाद जलदाय विभाग ने टैंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है। कोटा में नई पाइपलाइन बिछाना, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट (WTP) का निर्माण, ओवरहेड टैंक, पंप हाउस, घर-घर जल मीटरिंग और स्मार्ट कंट्रोल सिस्टम जैसी आधुनिक व्यवस्थाएं शामिल हैं। इस महीने के अंत तक काम शुरू होने की संभावना है। अगले तीन साल में यानी 2027 तक कोटा को 24 घंटे जल आपूर्ति वाला प्रदेश का पहला शहर बन जाएगा। 400 किलोमीटर लंबी नई पाइपलाइन बिछेगी अमृत 2.0 परियोजना योजना के तहत उत्तर निगम क्षेत्र के लिए 175 करोड़ व दक्षिण निगम क्षेत्र के लिए 220 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई है। दोनों क्षेत्रों में लगभग 400 किलोमीटर लंबी नई डिस्ट्रिब्यूशन पाइपलाइन बिछाई जाएगी। इससे शहर के पुराने क्षेत्रों में जर्जर हो चुकी पाइपलाइन बदली जाएगी। शिवाजी पार्क (डीसीएम रोड) पर 1000 लाख लीटर और रानपुर में 400 लाख लीटर क्षमता के दो वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जाएंगे। साथ ही, 21000 कनेक्शन उत्तर और 22,500 दक्षिण क्षेत्र में दिए जाएंगे, जिससे कोटा की लगभग एक चौथाई आबादी सीधे लाभांवित होगी। 30 सालों की आवश्यकताओं का रखा ध्यान
इस परियोजना को कोटा शहर की अगले 30 सालों की पानी की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। इसमें शहरी विस्तार, नवविकसित कॉलोनियां, प्रस्तावित एयरपोर्ट, औद्योगिक क्षेत्र और सरकारी संस्थानों की बढ़ती मांगों का समावेश करते हुए दीर्घकालिक समाधान सुनिश्चित किया गया है। नांता, थेकड़ा, देवली अरब, रायपुरा,धाकड़खेड़ी, रानपुर, नया गांव, आंवली रोझड़ी, विवेकानंद नगर, आरकेपुरम क्षेत्र को भी शामिल किया है।वहीं बालाकुंड, विज्ञाननगर, सुभाष नगर, महावीर नगर प्रथम, तृतीय, व छावनी-कोटड़ी क्षेत्र में जर्जर हो चुकी पाइपलाइन को बदलकर नई पाइपलाइन बिछाई जाएगी। यह होंगे मुख्य निर्माण कार्य उत्तर निगम क्षेत्र दक्षिण निगम क्षेत्र