कोडरमा और आसपास के इलाकों में पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है। शनिवार को भी सुबह 9 बजे से शुरू हुई मूसलाधार बारिश ने शहर में जल प्रलय जैसी स्थिति पैदा कर दी है। दूधी माटी और विवेकानंद नगर सबसे ज्यादा प्रभावित शहर से लेकर गांव तक सड़कों और खेतों में बारिश का पानी भर गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग से लेकर शहर की सड़कों पर घुटने तक पानी जमा हो चुका है। सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र कोडरमा में एनएच से सटे दूधी माटी और विवेकानंद नगर हैं, जहां कमर से ऊपर तक पानी बह रहा है। विवेकानंद नगर में कई स्कूल भी हैं। यहां से घर वापस लौटने के लिए बच्चों और उनके अभिभावकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बच्चे अपने हाथों में जूते लेकर घर लौटे। कोडरमा नगर पंचायत पूरी तरह से विफल: स्थानीय निवासी स्थानीय निवासियों का कहना है कि कोडरमा नगर पंचायत पूरी तरह से विफल और लापरवाह है। कई वर्षों से हर बारिश के मौसम में यहां कमर तक पानी भर जाता है। इससे लोगों की आवाजाही बाधित हो जाती है। अब तक नगर पंचायत इस क्षेत्र से पानी निकासी का उचित प्रबंध करने में असफल रही है। बारिश से पहले नदी-नालों की सफाई का दावा किया जाता है, लेकिन वास्तविकता कुछ और ही दिखाती है। जल जमाव की यह स्थिति नगर परिषद और नगर पंचायत के सफाई के दावों की पोल खोल रही है।