कोरबा शहर के बीच से भारी वाहनों का परिचालन जारी है। वाहन मालिक संघ ने चेतावनी दी है कि यदि इस दौरान कोई दुर्घटना होती है, तो इसकी जिम्मेदारी वाहन मालिक या चालक की नहीं, बल्कि प्रशासन की होगी। संघ ने कहा कि प्रशासन की व्यवस्था के तहत ही गाड़ियां चल रही हैं। यह स्थिति कुदुरमाल में हसदेव नदी पर बने पुल के जर्जर होने के कारण उत्पन्न हुई है। पुल की खराब हालत को देखते हुए प्रशासन ने कुछ समय पहले भारी वाहनों के लिए इसे प्रतिबंधित कर दिया था। वर्तमान में उरगा-कुदुरमाल मार्ग से केवल हल्के वाहनों की आवाजाही हो रही है। कटघोरा की ओर जाने वाले भारी वाहन अब अमरैयापारा बाईपास का उपयोग कर रहे हैं। वाहन मालिक संघ के अध्यक्ष सुभाष सिंह और अन्य पदाधिकारियों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट किया कि प्रशासन ने उन्हें शहर के बाहर का कोई वैकल्पिक मार्ग नहीं दिया है। दुर्घटना के लिए अधिकारी होंगे जिम्मेदार संघ ने साफ तौर पर कहा कि वे प्रशासन की ओर निर्धारित व्यवस्था के तहत ही काम कर रहे हैं। ऐसे में यदि शहर के अंदरूनी रास्तों से आवाजाही के दौरान कोई दुर्घटना होती है, तो इसके लिए प्रशासन के अधिकारी ही जिम्मेदार होंगे। संघ ने प्रशासन को अवगत कराया है कि इमलीडुग्गू, अमरैयापारा और बुधवारी जैसे जिन रास्तों से भारी वाहनों को गुजरने के लिए कहा जा रहा है, वहां हमेशा लोगों की भीड़ रहती है। इससे दुर्घटना का खतरा अधिक है। सुविधाओं और सुरक्षित मार्ग की कमी पर नाराज़गी वाहन मालिक संघ के अध्यक्ष सुभाष सिंह ने यह भी बताया कि ट्रक मालिक नियमित रूप से टैक्स का भुगतान कर रहे हैं, इसके बावजूद उन्हें उचित सुविधाएं और सुरक्षित मार्ग नहीं मिल पा रहे हैं। उन्हें शहर के भीतर से वाहन निकालने को मजबूर किया जा रहा है, जबकि किसी भी घटना का खामियाजा वाहन मालिक और चालक को भुगतना पड़ता है।


