कोरबा के हसदेव नदी में डूबे अंकित जायसवाल का शव आखिरकार 6 दिन बाद बरामद हुआ। सोमवार सुबह मछुआरे जब मछली पकड़ने के लिए हसदेव नदी पहुंचे, तो उन्हें पानी में एक शव तैरता हुआ दिखा। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची, शव को बाहर निकाला और परिजनों को बुलाकर पंचनामा कार्रवाई पूरी करने के बाद आगे की जांच शुरू की। मामला मोरगा चौकी क्षेत्र का है। बीते छह दिनों से एनडीआरएफ, जिला प्रशासन और एसडीआरएफ की टीमें अंडरवाटर कैमरे की मदद से नदी में युवक की तलाश कर रही थी, लेकिन सफलता नहीं मिल पाई थी। युवक घूमने बाहर निकला, फिर नहीं लौटा घर बताया जा रहा है कि मोरगा निवासी जोगेंद्र जायसवाल का पुत्र अंकित जायसवाल कुछ दिन पहले घर से घूमने जाने के बहाने निकला था, लेकिन देर रात तक घर नहीं लौटा। जब काफी समय बीत गया तो परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। जांच के दौरान मोरगा चौकी पुलिस को हसदेव नदी के किनारे युवक की बाइक और चप्पल बरामद हुई, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई शुरू की गई। ग्रामीण ने युवक को नदी में कूदते हुए देखा जांच में पुलिस को एक प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीण मिला, जिसने युवक को नदी में कूदते हुए देखा था। इसके बाद एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और जिला प्रशासन की टीमें अंडरवाटर कैमरे की मदद से सर्च ऑपरेशन में जुट गईं। हालांकि, 100 फीट से अधिक गहराई और ठंड के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में काफी दिक्कतें आई। पानी की सतह दिखा युवक का शव रविवार देर रात तक बचाव कार्य जारी था, लेकिन सफलता नहीं मिली। सोमवार सुबह फिर से खोजबीन शुरू की जानी थी, तभी सूचना मिली कि युवक का शव पानी की सतह पर आ गया है। मोरगा चौकी पुलिस ने शव को बरामद कर जांच शुरू कर दी है। अब यह पता लगाया जा रहा है कि यह आत्महत्या थी या फिर कोई दुर्घटना। पुलिस इस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है।