जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित अंबिकापुर अंतर्गत संचालित शंकरगढ़ व कुसमी शाखा में करीब 28 करोड़ों रुपए के घोटाले के मामले में बलरामपुर पुलिस ने दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें अंबिकापुर के बड़े ज्वेलर्स एवं बैंक मैनेजर की पत्नी शामिल हैं। ज्वेलर्स के अकाउंट में बैंक से एक करोड़ 80 लाख रुपए ट्रांजैक्शन किया गया था। बैंक मैनेजर ने पत्नी ने नाम पर ज्वेलरी एवं करोड़ों की जमीन खरीदी गई थी। बलरामपुर जिले में सहकारी बैंक की शाखाओं के आडिट में अब तक 28 करोड़ रुपए के गबन का खुलासा हुआ है। मामले में पुलिस ने पूर्व बैंक मैनेजर अशोक सोनी सहित घोटाले में शामिल 11 बैंक अधिकारी-कर्मचारियों को गिरफ्तार किया था। सहकारी बैंक के मैनेजर सहित 8 आरोपियों को बलरामपुर पुलिस ने रिमांड पर लिया था और पूछताछ की। ज्वेलर्स एवं बैंक मैनेजर की पत्नी गिरफ्तार
बलरामपुर एसपी वैभव बैंकर ने बताया कि रिमांड में लिए गए आरोपियों से पूछताछ और जांच के बाद मिले तथ्यों के आधार पर पुलिस ने अंबिकापुर के जमुना अलंकार मंदिर के संचालक नवनीत सोनी उर्फ पिन्टू (43 वर्ष), निवासी ब्रम्ह रोड अंबिकापुर, एवं बैंक मैनेजर अशोक सोनी की पत्नी सुषमा सोनी (54 वर्ष) निवासी शंकरगढ़ को गिरफ्तार किया गया। जांच में पता चला कि तत्कालीन बैंक मैनेजर अशोक सोनी ने बैंक से नवनीत सोनी के व्यवसायिक खाते (जमुना अलंकार) में एक करोड़ 82 लाख रुपए का ट्रांजैक्शन किया गया था। नवनीत सोनी इस रकम के संबंध में कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाया, जिसके आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया है। पत्नी के नाम पर खरीदा जेवर व जमीनें
आरोपी अशोक सोनी द्वारा बताया गया कि उसने नवनीत सोनी के खाते में राशि ट्रांसफर की और उक्त राशि से सोने-चांदी के आभूषण के साथ जमीन भी उसने पत्नी सुषमा सोनी के नाम से खरीदा है। पुलिस ने सुषमा सोनी के पास से 60 लाख 30 हजार रुपए के जेवर बरामद किए हैं। सुषमा गुप्ता के नाम पर करीब डेढ़ करोड़ रुपए का प्लाट खरीदा था, जिसके दस्तावेज पुलिस ने जब्त किया है। पुलिस ने सुषमा गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है। अब तक 28 करोड़ का घोटाला उजागर
बैंक के खातों की साल 2012 से 2024 तक की आडिट में शंकरगढ़ और कुसमी बैंक शाखाओं से 23 करोड़ रुपए का घोटाला सामने आया था। अब बैंकों के खातों के ऑडिट में घोटाले की रकम 28 करोड़ रुपए हो गई है। सभी अकाउंट की जांच की जा रही है। मुख्य आरोपी शंकरगढ़ के शाखा प्रबंधक अशोक कुमार सोनी शाखाओं में 10 सालों तक पदस्थ रहे। उन्होंने बैंक में फर्जी खाते खोले। समितियों के खातों और फर्जी खातों के साथ ही बैंक के खाते से बड़ी रकम की कैश निकासी की गई। ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर किए गए। अशोक कुमार सोनी के खाते में 1 करोड़ 36 लाख रुपए, कंप्यूटर ऑपरेटर प्रकाश कुमार सिंह के खाते में 4 लाख 64 हजार रुपए, महामाया कंस्ट्रक्शन कंपनी के खाते में 30 लाख रुपए ट्रांसफर किए गए हैं। बैंक के सभी खातों में ट्रांजैक्शन की जांच की जा रही है। मामले में कुसमी थाने में तत्कालीन बैंक प्रबंधक अशोक सोनी समेत 12 लोगों के खिलाफ धारा 409, 420, 467, 468, 471, 120बी, 34 के तहत केस दर्ज किया गया था। पढ़ें संबंधित खबर… सरगुजा में ब्रांच मैनेजर सहित 4 अधिकारी बर्खास्त:28 करोड़ का को-ऑपरेटिव बैंक घोटाला, 12 पर FIR; 11 अधिकारी-कर्मचारी गिरफ्तार जिला केंद्रीय सहकारी बैंक, सरगुजा के अंतर्गत संचालित शंकरगढ़ और कुसमी बैंक के ब्रांचों में 28 करोड़ के घोटाले में शामिल ब्रांच मैनेजर सहित 4 अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया गया है। सहकारी बैंक के संचालक मंडल की बैठक में यह कार्रवाई की गई है। दो अधिकारियों के खिलाफ डीई का आदेश दिया गया है। घोटाले की रकम संबंधित कर्मचारियों से वसूल की जाएगी। मामले में बैंक के 12 अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर हुई है। इनमें 11 गिरफ्तार किए गए हैं। जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के संचालक मंडल की बैठक बैंक के प्राधिकृत अधिकारी व सरगुजा कलेक्टर विलास भोस्कर की अध्यक्षा में हुई। बैठक में बैंक मैनेजर अशोक सोनी, अतिरिक्त प्रबंधक राजेंद्र प्रसाद पांडेय, समिति प्रबंधक राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, सहायक लेखापाल जगदीश भगत को बर्खास्त कर दिया गया है।