खदानों में बढ़ रहे चोरी के मामले, जिम्मेदार अधिकारी मौन
कोतमा। इन दिनों कोयला खदानों में चोरी के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं,पर इस ओर कोई ध्यान देने वाला नहीं है।कोयला खदानों से आए दिन केबल,बड़ी बड़ी बंद पड़ी मशीनों के पार्ट,बेकार में पड़ा हुआ लोहा चोर चोरी कर खदान से बाहर निकाल रहे हैं जिस ओर किसी का ध्यान नहीं जाता। जिससे क्षेत्र में चोरों की चांदी कट रही है और चोर आए दिन खदानों से कबाड़ का सामान चोरी करने में सफल हो रहे हैं। खदानों में तैनात सुरक्षा गार्डों के होते हुए भी रोजाना खदानों से कबाड़ चोरी होना अपने आप में प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है। रोजाना खदानों से कबाड़ चोरी होने के कारण कंपनी को नुकसान भी हो रहा है लेकिन इस नुकसान की भरपाई कौन करेगा यह तो कंपनी के जिम्मेदार अधिकारी ही जाने। जब भी खदान में चोरी होती है तो चोरी की जानकारी कॉलरी द्वारा पुलिस को दे दी जाती हैं लेकिन चोरों को पकड़ने का या चोरी रोकने का कोई भी प्रयास नहीं किया जाता।
नौ-दस नम्बर खदान से गायब हुआ लोहा
जमुना कोतमा क्षेत्र अंतर्गत चल रही नौ दस भूमिगत खदान में 31 मई को चोरों ने सेंधमार कर चोरी की घटना को अंजाम दिया है।वही सूत्र बताते हैं कि चोरी की घटना जिस गार्ड की ड्यूटी तैनाती के समय हुई है उस गार्ड की चोरों से सेटिंग है और गार्ड ने मिलकर चोरी की घटना को अंजाम दिलाया है। वही सूत्रों का कहना है कि यह गार्ड जिस जगह पर भी तैनात रहता है वहां चोरी की घटना जरूर होती हैं। जिससे कही न कहीं गार्ड की चोरों से मिलीभगत का अंदाजा लगाया जा सकता है। अगर कॉलरी में तैनात सुरक्षा गार्डों और चोरों के फोन की कॉल डिटेल चेक कराई जाए तो इनका कनेक्शन पता चल जाएगा कि आखिर गार्ड और चोरों का क्या रिश्ता है। नौ दस खदान में हुई चोरी के मामले में सूत्र बताते हैं कि यह कोई छोटी मोटी चोरी नहीं है इस चोरी में लगभग 10 लाख का सामान गार्ड की सेटिंग से खदान के बाहर निकलवा कर चोरी करवा दिया गया है।