खबर हटके- चीन में लड़कियों को गले लगाने का बिजनेस:चोरों ने होटल से 1.5 लाख के मोर चुराए; जानिए ऐसी 5 रोचक खबरें

चीन में आजकल लड़कियां तनाव और इमोशनल कमजोरी से निकलने के लिए किराए में बड़े लड़कों को गले लगती हैं। ये लड़के गले लगकर मां जैसा महसूस कराते हैं। वहीं कुछ चोरों ने एक होटल से 1.5 लाख रूपए की कीमत के करीब 11 मोर चुरा लिए। चीन में आजकल मैन मम्स नाम का एक नया ट्रेंड चल रहा है। यह एक ग्रुप है, जो तनावग्रस्त और इमोशनली कमजोर लड़कियों को 5 मिनट गले लगाने की सर्विस देता है। इसके बदले लड़कियां 600 रुपए तक दे रही हैं। इस ग्रुप में जिम जाने वाले और इमोशनली मैच्योर लड़के शामिल हैं, जिनमें मां जैसी कोमलता और धैर्य होता है। हाल ही में, एक डिप्रेस्ड लड़की ने ऑनलाइन पोस्ट किया कि वह अपनी थीसिस के दबाव से निपटने के लिए मैन मॉम को गले लगाना चाहती हैं। उसने लिखा, मुझे सेकेंडरी स्कूल में एक बार गले लगाया गया था और मुझे सुरक्षित महसूस हुआ था। यह सर्विस कैसे चलती है?
इस सर्विस का फायदा लेने के लिए चीन में लड़कियां सोशल मीडिया पर ‘मैन मॉम्स’ के लिए पोस्ट करती हैं। इसके बाद मैन मम्स ग्रुप से जुड़े लड़के संपर्क करते हैं। इन लड़कों की प्रोफाइल के हिसाब लड़कियां मैन मम्स को चुनती हैं। इनकी फीस 20 से 50 युआन (करीब ₹230 से ₹580) के बीच होती है। एक ‘मैन मॉम’ ने बताया कि गले लगने के लिए फीस लेने से इमोशनल दूरी बनी रहती है। हालांकि अब कई एक्सपर्ट्स इस सर्विस को लेकर सिक्योरिटी कंसर्न दिखा रहे हैं। अमेरिका के नॉर्थ कैलिफोर्निया में एक पुराने होटल से दर्जनों मोर और मोरनी गायब हो गए हैं। एक मोर की कीमत करीब करीब 1.6 लाख रुपए बताई जा रही है। होटल स्टाफ का मानना है कि उन्हें चोरी किया गया है। होटल के जनरल मैनेजर डेविड नीलसन ने बताया कि एक ग्राहक ने दो लोगों को मोरों को पिकअप ट्रक के पिंजरे में डालते देखा। गिनती करने पर पता चला कि अब सिर्फ चार मोर बचे हैं। ये मोर 14 साल पहले खरीदे गए थे और अब कुल 15 मोर थे, जो होटल की पहचान बन चुके थे, जिन्हें स्टाफ पालतू जानवरों की तरह पालता था। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। होटल ने निगरानी बढ़ा दी है और बाड़ लगाने की भी योजना बना रहा है। स्टाफ को उम्मीद है कि उनके प्यारे मोर मिल जाएंगे। कर्नाटक के बेलगाम जिले में एक किसान ने बैल और मजदूरों की कमी से निपटने के लिए एक अनोखा और सस्ता उपाय खोजा है। उन्होंने अपने खेत जोतने के लिए इलेक्ट्रिक स्कूटर का इस्तेमाल किया है, जिससे खेती में लगने वाला खर्च भी कम हो गया है। चिक्कोडी तालुका के रहने वाले अजीत भीमप्पा बताते हैं कि उन्हें अपने सोयाबीन के खेतों में हल चलाने के लिए बैल नहीं मिल पा रहे थे, इसलिए उन्होंने यह नया तरीका अपनाया है। अजीत के पास करीब 30 एकड़ जमीन है। दूसरे किसानों को भी मिली उम्मीद
अजीत के गांव के दूसरे किसान भी बैल और कृषि मजदूरों की कमी जैसी ही समस्याओं का सामना करते हैं। अब इस पहल से दूसरे किसानों को भी उम्मीद मिली है। अजीत ने कृषि विभाग द्वारा दिए गए एक नए हल को अपने इलेक्ट्रिक स्कूटर के पीछे जोड़ा है। जैसे ही अजीत स्कूटर चलाते हैं, परिवार का दूसरा सदस्य हल को पकड़ता है, जिससे परिवार एक दिन में लगभग दो एकड़ जमीन की जुताई कर लेता है। इस बाइक से बहुत कम लागत में जुताई की जा सकती है। चीन में एक शख्स हेयर सैलून में ‘डिटॉक्स’ और वेलनेस ट्रीटमेंट पर 4.3 मिलियन युआन (करीब ₹5 करोड़) से ज्यादा खर्च कर दिए। चेंग नाम के इस व्यक्ति ने दो साल में यह रकम खर्च की, जिसमें बिना लाइसेंस वाले एनीमा और एक्यूपंक्चर जैसे इलाज शामिल थे। सैलून ने उससे वजन कम कराने और युवा दिखाने का वादा किया था, लेकिन इलाज के बाद उसे सीरियस हेल्थ प्रॉब्लम हो गईं और शरीर पर सुई के निशान रह गए। जब चेंग को पता चला कि सैलून के पास ऐसे इलाज की मेडिकल योग्यता नहीं है, तो उसने रिफंड मांगा। लेकिन अब सैलून ने इनकार कर दिया है। चेंग ने अब पुलिस में शिकायत की, जिसके बाद मामले की जांच शुरू हो गई है। अमेरिका के आयोवा स्टेट में 5 महीने में ही एक बच्चे का जन्म हुआ। यह बच्चा फिलहाल 1 साल का हो चुका है, लेकिन अब जाकर इसे दुनिया के सबसे प्री-मैच्योर बच्चे के रूप में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स का सर्टिफिकेट मिला। डॉक्टर्स ने बताया कि जन्म के समय बच्चे का वजन सिर्फ 285 ग्राम था, जो एक सेब से भी कम होता है। जन्म के तुरंत बाद बच्चे को NICU (नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट) में ले जाया गया, जहां तीन डॉक्टरों की टीम ने 24 घंटे उसकी निगरानी की। तो ये थी आज की रोचक खबरें, कल फिर मिलेंगे कुछ और दिलचस्प और हटकर खबरों के साथ… खबर हटके को और बेहतर बनाने के लिए हमें आपका फीडबैक चाहिए। इसके लिए यहां क्लिक करें…

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