खरीदी केन्द्रो की संख्या कम नही बुक हो रहा स्लॉट किसान परेशान
उपार्जन केन्द्रो मे किसानों की लगातार बढ़ रही भीड
अनूपपुर। पिछले वर्ष जिला अनूपपुर में समर्थन मूल्य पर धान विक्रय हेतु 34 खरीदी केन्द्र बनाये गये थे। जिसमें 21 समितियों द्वारा और 13 महिला स्वम-सहायता समूह द्वारा, किंतु वर्ष 2024-25 में जिला अनूपपुर अंतर्गत 24 खरीदी केन्द्र बनाया गया है, जिसमें अत्यधिक भीड़ हो जाने कारण किसानों का समर्थन मूल्य पर धान विक्रय हेतु अत्यधिक समस्या हो रही है, विक्रय केंद्रों की संख्या कम होने के कारण स्लॉट बुकिंग हेतु माह जनवरी 2025 की तिथि प्राप्त हो रही है और उपार्जन केन्द्रों मे किसानों की लगातार भीड बढ रही है, जिससे अन्य किसानों को धान विक्रय में कठिनाई का सामना करना पड रहा है, जो समिति धान विक्रय का कार्य कर रही है, उन समितियों मे भी परिवहन न होने के कारण विक्रय करने के लिए अब जगह नहीं है। किसानों ने कलेक्टर से मांग की है कि समर्थन मूल्य पर धान विक्रय हेतु और अधिक विक्रय केन्द्र खोले जाएं ताकि किसानों को अपनी उपज बेचने में सहूलियत हो।
आधे से अधिक केन्द्र है बंद
धान खरीदी केंद्र जिले में आधा केंद्र मध्य प्रदेष सरकार द्वारा बंद करने से किसान धान नही बेच पा रहे हैं इस समस्या को लेकर जिले के किसान कलेक्टर अनूपपुर को लिखित आवेदन दिनाक 16 दिसम्बर 2024 को जिले के किसानों द्वारा आवेदन दिया गया। कलेक्टर से बात कर कहा गया कि यदि केन्द्र समूह को देने में ज्यादा दिक्कत है तो समिति की शाखा ही बढ़ा दिया जाय क्योंकि जैतहरी के साथ आस पास के गांव के लोगो को बीस से पच्चीस किलोमीटर दूरी धान बेचने जा रहे है किसान से कलेक्टर से अन्य जगह की धान खरीदी पर चर्चा किया गया जिसमे आष्वासन में एक दो दिन के अंदर ही समाधान निकाला जाएगा चर्चा में 3100 रुपए में धान खरीदी की जाय क्योंकि एम, पी, सरकार उक्त रेट में धान खरीदने की वादा किए थे और छत्तीसगढ़ सरकार पिछले वर्ष से खरीदी भी कर रही है।
उपार्जन केंद्रों किया था निरीक्षण
कलेक्टर हर्षल पंचोली ने जिले के भ्रमण के दौरान आदिम जाति सेवा सहकारी समिति फुनगा एवं संतोषी स्व सहायता समूह सकोला एवं आदिम जाति सेवा सहकारी समिति देवगवां उपार्जन केंद्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान कलेक्टर ने कहा कि उपार्जन केंद्रों में धान का उपार्जन शासन द्वारा निर्धारित मानदंडों के अनुसार होना चाहिए। उन्होंने कहा कि उपार्जन केंद्र में आने वाले किसानों को किसी प्रकार का असुविधा का सामना न करना पड़े, उन्हें शुद्ध पेयजल, छायादार बैठक व्यवस्था सहित अन्य बुनियादी सुविधाएं मुहैया होना चाहिए। इस दौरान कलेक्टर ने उपार्जन केंद्रों में उपार्जित धान की स्थिति की जानकारी प्राप्त की तथा अधिकारियों को निर्देशित किया कि मिलर्स से एग्रीमेंट करते हुए धान का परिवहन एवं उठाव कराएं। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने आकस्मिक बारिश को ध्यान में रखते हुए उपार्जित धान की सुरक्षा के लिए तिरपाल की व्यवस्था एवं उपार्जित धान का भुगतान संबंधित किसान को समय सीमा में कराने के लिए भी अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किया। निरीक्षण के दौरान जिला आपूर्ति अधिकारी बी.एस. परिहार, उप संचालक कृषि एन.डी. गुप्ता, एनसीसीएस, प्रबंधक वेयरहाउस सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
खरीदी केन्द्र की दूरी बनी मुसीबत
शासन के निर्देशानुसार समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन केंद्र पर पंजीकृत किसानों से समर्थन मूल्य पर औसत अच्छी गुणवत्ता (एफएक्यू) धान कॉमन रूपये 2300/- प्रति क्विं. की दर से धान उपार्जन का कार्य दिनांक 02 दिसम्बर 2024 से 20 जनवरी 2025 तक कृषकों से उपार्जन कार्य सप्ताह में 05 दिवस (सोमवार से शुक्रवार) प्रातः 8.00 बजे से शाम 8.00 बजे तक किया जाएगा। निर्देशानुसार जिले में उपार्जन केन्द्र संचालन करने वाली उपार्जन समिति/संस्थाएं उपार्जन केन्द्र संचालन हेतु आवश्यक भौतिक सुविधाएँ एवं मानव संसाधन की उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे, उपार्जन केन्द्र के प्रबंधक प्रभारी/आपरेटर धान उपार्जन का कार्य ऑनलाईन मोड में ही करेंगे, किसी भी परिस्थिति में धान का ऑफलाईन मोड में उपार्जन कार्य नहीं करेंगे। खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 अंतर्गत समर्थन मूल्य पर खरीफ उपार्जन नीति अंतर्गत समस्त निर्देशों का पालन सुनिश्चित किया जाये नोडल अधिकारियों को आबंटित उपार्जन केन्द्र में उपार्जित किये जा रहे उपज की सतत निगरानी एवं निरीक्षण करने के निर्देष दिए गए है। उपार्जन केन्द्र पर उपलब्ध भौतिक एवं मानव संसाधन सुविधाओं का सत्यापन, किसानों से उपार्जन की प्रगति, उपार्जन एवं उसकी गुणवत्ता तथा समयाव में उपार्जित धान का केन्द्र से परिदान तथा कृषकों की धान उपार्जन के संबंध में उपार्जन केन्द्र पर आने वाली समस्या का निराकरण करने का भी निर्देष दिया गया है। उपार्जन केन्द्र किसी भी प्रकार की अनियमितताएं पाये जाने पर कार्यवाही हेतु प्रतिवेदन कार्यालय कलेक्टर (खादय-शाखा) अनूपपुर को षिकायत करने का प्रावधान भी है। विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर पंजीकृत किसानो से अनूपपुर में धान उपार्जन के लिए कुल 34 केन्द्र स्वीकृत किए गए है। जिला उपार्जन समिति की अनुसंषा के आधार पर जिले में धान उपार्जन केन्द्रो का निर्धारण किया गया है किन्तु जैतहरी स्थित उपार्जन केन्द्र समिति धनगवां के लिए आरटीओ गोदाम खूंटाटोला में उपार्जन केन्द्र बनाया गया है। यह केन्द्र जैतहरी से 10-15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जैतहरी केन्द्र एवं अन्य स्वसहायता केन्द्रो पर किसानो के लिए स्लाॅट बुक नही हो रहा है। केवल तीन केन्द्र है जहां पर स्लाॅट बुक हो रहा है जिसमें से छातापटपर, खूंटाटोला एवं वेंकटनगर है। जो किसानो के लिए समस्या का विषय है क्योकि इनकी दूरी उपार्जन केन्द्रो से दूर है। इस कारण जैतहरी के किसानो को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। किसानो ने इस संबंध में अपनी परेषानी बताते हुए कलेक्टर से मांग की है कि उनकी इस समस्या का समाधान अविलंब हो।