झारखंड पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने बेंगलुरु से गिरफ्तार संदिग्ध महिला आतंकी शमा परवीन मामले की जांच शुरू कर दी है। शमा को गुजरात एटीएस की टीम ने बेंगलुरु से गिरफ्तार किया था। वह झारखंड के कोडरमा की रहने वाली है। शमा परवीन पर अल-कायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट (एक्यूआईएस) के ऑनलाइन आतंकी मॉड्यूल को संचालित करने का आरोप है। झारखंड एटीएस अब यह पता लगा रही है कि क्या शमा झारखंड में भी अपना नेटवर्क तैयार कर रही थी। झारखंड में उसके किन-किन लोगों से संबंध थे। क्योंकि पूर्व में अलकायदा के झारखंड ट्रेनिंग मॉड्यूल मामले के मास्टरमाइंड डॉक्टर इश्तियाक अहमद (रांची के मेडिका अस्पताल का तत्कालीन रेडियोलॉजिस्ट), एनामुल अंसारी (पकरियो, चान्हो), शहबाज अंसारी (चान्हो), अल्ताफ अंसारी (कौवाखाप, कुड़ू, लोहरदगा), मोहम्मद रिजवान (चान्हो), मोतिउर रहमान (चान्हो), मुफ्ती रहमतुल्लाह (चान्हो), फैजान अहमद (हजारीबाग) को दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार डॉ. इश्तियाक अहमद रांची के चान्हो में आतंकियों की ट्रेनिंग के लिए ट्रेनिंग सेंटर खोलने की तैयारी में था। अब एटीएस झारखंड गिरफ्तार शमा परवीन के संबंध में भी पूरी पड़ताल कर रही है कि कहीं वह भी झारखंड में कुछ इसी तरह का मॉड्यूल तो संचालित नहीं कर रही थी। झारखंड एटीएस के एसपी ऋषभ झा ने बताया कि गुजरात एटीएस और केंद्रीय जांच एजेंसियों ने शमा के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की हैं। इन सूचनाओं के आधार पर झारखंड एटीएस ने शमा के कोडरमा और अन्य संभावित स्थानीय संपर्कों की जांच शुरू कर दी है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि शमा का झारखंड में कोई आतंकी कनेक्शन तो नहीं था। उसके परिवार, दोस्तों, और अन्य संदिग्धों की जानकारी खंगाली जा रही है। अगस्त 2024 में दिल्ली पुलिस और झारखंड एटीएस ने संयुक्त रूप से एक बड़े आतंकी मॉड्यूल का खुलासा किया था, जिसमें रांची, हजारीबाग और लोहरदगा से कई संदिग्ध गिरफ्तार हुए थे। इसके अलावा झारखंड एटीएस ने हिज्ब-उत-तहरीर के झारखंड मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हुए धनबाद के वासेपुर से शबनम परवीन सहित पांच संदिग्धों को भी गिरफ्तार किया था। शमा परवीन की गिरफ्तारी के बाद अब इस बात की जांच की जा रही हैं कि क्या शमा का इन मॉड्यूल्स से कोई संबंध था।