गुलाबी ठंड के बीच सामवेद की गायिकी ध्रुवपद के स्वर गूंज उठे। मौका रहा, जवाहर कला केन्द्र, स्वागत जयपुर फाउंडेशन और उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र पटियाला की सहभागिता में आयोजित गुणीजन संगीत व सम्मान समारोह का। वरिष्ठ कलाविद् एवं कला समीक्षक श्रीगोपाल पुरोहित व वरिष्ठ ध्रुवपद गायक उस्ताद सईदउद्दीन खां डागर को समर्पित कार्यक्रम की शुरुआत बेंगलूरु की ध्रुवपद गायिका सुनीता अमीन के ध्रुवपद गायन से हुई। उन्होंने राग यमन को अपनी प्रस्तुति का माध्यम बनाया। इसमें उन्होंने डागर घराने की बारीकियों को पेश करते हुए श्रोताओं को रिझाया। उनके साथ पखावज पर पं. रामकुमार अत्रे ने संगत की। कार्यक्रम के दूसरे चरण में दिल्ली के ध्रुवपद गायक पद्मश्री उस्ताद फैय्याज वासिफउद्दीन डागर का ध्रुवपद गायन हुआ। उन्होंने राग चंद्रकौस से अपने गायन का आगाज किया। ‘नाद सकल सृष्टि नाद ॐ रूप’ बंदिश के गायन से उन्होंने ओमकार की महिमा का बखान किया। उनके ध्रुवपद गायन में आलाप और गमक का प्रभाव श्रोताओं को भाव विभोर कर गया। उन्होंने तेज ठंड के बीच ध्रुवपद सुनने पहुंचे श्रोताओं के लिए कहा कि गुलाबीनगर हमेशा से कला की कद्रदान रही है। ध्रुवपद गायिकी हमेशा की तरह श्रोताओं को प्रभावित करती रहेगी। उन्होंने राग जयजयवन्ति में भी विभिन्न बंदिश पेश की। उनके साथ पखावज पर पं.प्रवीण आर्य ने उम्दा संगत की। तानपुरे पर डॉ.गायत्री शर्मा और रहमान हरफनमौला ने संगत की। ईश्वरदत्त माथुर और एजाजी को मिले अवॉर्ड इस मौके पर स्वागत जयपुर फाउंडेशन की ओर से श्रीगोपाल पुरोहित लेखन अवॉर्ड वरिष्ठ लेखक और साहित्यकार रिजवान एजाजी को नवाजा गया। साथ ही वरिष्ठ रंगकर्मी एवं लोकगायक ईश्वरदत्त माथुर को श्रीगोपाल पुरोहित कला अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जयपुर के पूर्व कलेक्टर जगरूप सिंह यादव और वरिष्ठ शिक्षाविद् एवं मेंबर ऑफ प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के डॉ.एल.सी.भारतीय ने युवा कलाकारों को कला रत्न पुरस्कार से नवाजा। कार्यक्रम में गायन के क्षेत्र में सुश्री डॉ.गरिमा कुमावत, परवीन सबरीना खान और गायन व वादन के क्षेत्र में अरमान हुसैन और एश्वर्य आर्य को कला रत्न से सम्मानित किया गया। इससे पूर्व स्वागत जयपुर फाउंडेशन चेयरमैन इकबाल खान ने सभी का आभार व्यक्त किया।


