भास्कर न्यूज | अमृतसर गुरु अमरदास जी के 450वें साल के ज्ञानोदय की शताब्दी पर गुरु नानक अध्ययन विभाग, गुरु नानक देव विश्वविद्यालय में भारतीय दार्शनिक अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली के सहयोग से आवधिक व्याख्यान आयोजित किए गए। प्रोफेसर अमरजीत सिंह ने अपने भाषण में गुरु अमरदास जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला। पहला व्याख्यान जीएनडीयू के इतिहास विभाग के पूर्व प्रमुख प्रोफेसर सुखदेव सिंह सोहल ने दिया। उन्होंने ‘गुरु अमरदास जी का सामाजिक दर्शन’ विषय पर विचार रखे। उन्होंने गुरु अमरदास जी द्वारा किए गए सामाजिक कार्यों के महत्व को समझाया और उनकी शिक्षाओं को वर्तमान संदर्भ में अपनाने पर जोर दिया। दूसरा व्याख्यान प्रोफेसर बलवंत सिंह ढिल्लों ने दिया। उन्होंने ‘गुरु अमरदास जी का व्यक्तित्व और योगदान’ विषय पर चर्चा की। उन्होंने श्री गोइंदवाल साहिब में लंगर प्रणाली के विकास, बाउली साहिब के निर्माण, सिख प्रचार के लिए 22 मंजियों की स्थापना, बैसाखी पर गोइंदवाल साहिब जोड़ मेले की परंपरा शुरू करने और सिखों को कच्ची व सच्ची बाणी से अवगत कराने जैसे महत्वपूर्ण कार्यों पर प्रकाश डाला।