गोरखपुर में पकड़ा गया फर्जी IAS:33 दिन पहले 99.9 लाख रुपए मिले थे, तब से पुलिस ढूंढ रही थी; कई राज्यों में की ठगी

गोरखपुर के गुलरिहा इलाके से फर्जी IAS अधिकारी गौरव कुमार को मंगलवार की देर रात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गौरव कुमार शादी, सरकारी नौकरी और ठेका दिलाने के नाम पर यूपी, बिहार, झारखंड और मध्य प्रदेश के लोगों के साथ करोड़ों की जालसाजी कर चुका है। वह लंबे समय से पुलिस की पकड़ से बचता फिर रहा था। यह मामला तब सुर्खियों में आया, जब बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान 7 नवंबर को गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर मोकामा, बिहार के एक व्यापारी मुकुंद माधव को 99.9 लाख रुपए के साथ पकड़ा गया था। जांच में खुलासा हुआ कि यह वही रकम थी, जो व्यापारी ने फर्जी IAS को नौकरी दिलाने की कथित रिश्वत के रूप में दी थी। बाद में धनराशि वापस मिलने पर पूरा खेल सामने आया। फर्जी IAS के पकड़े जाने को लेकर आज पुलिस प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकती है। 7 नवंबर को 99.9 लाख रुपए मिले, 2 तस्वीरें देखिए फर्जी IAS ने लखनऊ में अपना ठिकाना बनाया
99.9 लाख रुपए मिलने के बाद आरोपी फर्जी IAS अधिकारी गौरव कुमार की तलाश तेज हो गई। उधर, कुसम्ही निवासी एक युवक ने भी सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगे जाने की शिकायत की थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए SP सिटी अभिनव त्यागी खुद जांच की निगरानी कर रहे थे। रेलवे स्टेशन पर व्यापारी की गिरफ्तारी के बाद आरोपी फर्जी IAS अधिकारी गौरव कुमार पुलिस के हाथ लगने से पहले ही भाग गया। लखनऊ के आशियाना में नया ठिकाना बना लिया। पुलिस टीम उसकी तलाश में लखनऊ पहुंची, लेकिन वह वहां से भी निकल भागा। मंगलवार रात फर्जी IAS अपने साथी से मिलने आया
इस बीच मंगलवार रात जब आरोपी फर्जी IAS अधिकारी गौरव कुमार अपने एक साथी से मिलने गोरखपुर आया तो मुखबिर की सूचना पर गुलरिहा पुलिस ने घेराबंदी कर उसे दबोच लिया। पुलिस का कहना है कि आरोपी के खिलाफ कई जिलों में ठगी की रिपोर्ट दर्ज हैं। पूछताछ में और भी मामलों के खुलासे हो सकते हैं। गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर पकड़ा था 99.9 लाख रुपए
गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर 7 नवंबर को चेकिंग के दौरान GRP को एक यात्री के बैग से 99.9 लाख रुपए नकद मिले। इतनी बड़ी रकम देखकर पुलिस हैरान रह गई। पटना के व्यापारी मुकुंद माधव (35) के पास से पैसे मिले थे। पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे छोड़ दिया था। इसके बाद विभाग ने जांच शुरू की। पूरी रकम जब्त कर जब इस मामले की जांच की गई। तब फर्जी IAS गौरव कुमार का नाम सामने आया। गौरव कुमार ही पैसे बिहार भेजवा रहा था। इसके बाद से ही गौरव की तलाश चल रही थी। वैशाली एक्सप्रेस से बिहार जा रहा था मुकुंद माधव
बिहार चुनाव को देखते हुए गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं। 7 नवंबर की सुबह करीब 7.10 बजे प्लेटफॉर्म नंबर-1 पर वैशाली एक्सप्रेस की चेकिंग के दौरान टीम को एक युवक संदिग्ध हालत में दिखा। शक के आधार पर जब उसके बैग की तलाशी ली गई, तो उसमें 500-500 के नोटों की गड्डियां मिलीं। गिनती में रकम 99.9 लाख रुपए निकली। पूछताछ में युवक ने खुद को मुकुंद माधव (35), निवासी रामचरण टोला, मोकामा (पटना) बताया। उसने कहा कि वह किसी परिचित के कहने पर यह बैग लेकर यात्रा कर रहा था, लेकिन उसे पैसे के स्रोत की जानकारी नहीं है। —————— ये खबर भी पढ़िए- झांसी में बहन के बॉयफ्रेंड पुजारी की हत्या, CCTV: 2 साल पहले पहनाई थी वरमाला, फिर से बात करने पर मार डाला, हत्यारा भाई गिरफ्तार झांसी में मंदिर के अंदर पुजारी की हत्या करने वाले बालाराम उर्फ बाला कुशवाहा को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया। पुजारी विशाल कुशवाह (22) और बालाराम की बहन के बीच अफेयर था। दो साल पहले दोनों ने एक-दूसरे को वरमाला पहनाकर पति-पत्नी मान लिया था। पढ़ें पूरी खबर…

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