गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के भदौरा गांव में निर्माण की खराब गुणवत्ता का मामला सामने आया है। दुलहरा तालाब के पास करीब 5 लाख रुपये की लागत से बना मुक्तिधाम मात्र एक महीने में ही क्षतिग्रस्त हो गया। बेमौसम बारिश के दौरान आई आंधी में मुक्तिधाम की छत पूरी तरह से गिर गई। उप सरपंच और ग्रामीणों ने मलबे की जांच की तो पाया कि बजरी, गिट्टी और सरिया-सीमेंट आसानी से टूट रहे हैं। निर्माण में इस्तेमाल सामग्री में कोई मजबूती नहीं है। लापरवाही अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग ग्रामीणों का कहना है कि अगर इस समय कोई अंतिम संस्कार के लिए वहां मौजूद होता, तो बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। निर्माण के दौरान इंजीनियर और ठेकेदार मौके पर मौजूद थे, फिर भी इतनी घटिया क्वालिटी का काम किया गया। ग्रामीण अब इस मामले में जिम्मेदार ठेकेदार, इंजीनियर और निर्माण कार्य को संरक्षण देने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। साथ ही मुक्तिधाम का पुनर्निर्माण ग्राम पंचायत की निगरानी में कराने की मांग भी की जा रही है।